दुनियाभर में आज उपभोक्ता दिवस मनाया जा रहा हैं, क्यों मनाया जाता हैं? इस दिन की खास बात क्या है? चलिए जाने..
दुनियाभर में आज उपभोक्ता दिवस मनाया जा रहा हैं, क्यों मनाया जाता हैं? इस दिन की खास बात क्या है? चलिए जाने..
पूरी दुनियाभर में 15 मार्च का दिन विश्व उपभोक्ता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य उपभोक्ता को उनके अधिकारों के बारे में बताना है। एक उपभोक्ता होने के नाते हम सभी को कुछ अधिकार मिले हुए हैं, लेकिन बहुत सारे लोगों को इसकी जानकारी नहीं होती। इस दिन तरह-तरह के अभियान चलाए जाते हैं और इनके जरिए उपभोक्ताओं को जागरुक करने का प्रयास किया जाता है।
उपभोक्ता वह है व्यक्ति है जो अपनी आवश्यकता के लिए उत्पाद खरीदता है और उसका उपयोग या उपभोग करता है। कोई उपभोक्ता वस्तु, उत्पाद या सेवा को दोबारा नहीं बेच सकता है, लेकिन अपनी आजीविका और स्वरोजगार कमाने के लिए इसका उपभोग कर सकता है। आप इसे ऐसे भी समझ सकते है कि – उपभोक्ता वह है जो किसी भी वस्तु या सेवा का अंतिम उपयोगकर्ता है।
विश्व उपभोक्ता दिवस किसके द्वारा लाया गया?
आपको बता दे कि विश्व में सबसे पहले उपभोक्ता दिवस मनाने वाला देश अमेरिका हैं। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी ने sbse पहले इस पर विचार किया। 15 मार्च 1962 के दिन जॉन एफ कैनेडी ने अमेरिकी कांग्रेस को आधिकारिक तौर पर संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने उपभोक्ता से जुड़े अधिकारों को उठाया था। जॉन एफ कैनेडी दुनिया के वह पहले नेता थे, जिन्होंने उपभोक्ता अधिकारों की बात पहली बार की थी।
विश्व उपभोक्ता दिवस के दिन क्या होता है?
इस दिन का मुख्य उद्देश्य महत्वपूर्ण मुद्दों और अभियानों के बारे में उपभोक्ता जागरूक करने को लेकर बढ़ावा देना और उन्हें अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करना भी है। लेकिन आपको बता दें कि राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस, विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस से अलग है। राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस राष्ट्रीय स्तर पर मनाया जाता है, जबकि विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस वैश्विक स्तर पर मनाया जाता है। दोनों का उद्देश्य एक ही है, लेकिन दायरे और फोकस अलग-अलग हैं।
चलिए जाने इसे क्यों मनाया जाता हैं?
आज के बदलते दौर में कोई भी वस्तु शुद्ध नहीं रहीं यह तो आप जानते ही हैं, साथ ही अगर किसी व्यक्ति को बाजार मूल्यों के बारे में नहीं पता हैं तो व्यापारी उसे glt समान, गलत दाम में दे सकता है। यह दिन बाजार के दुरुपयोग और उन अधिकारों को कमजोर करने वाले सामाजिक अन्याय तथा बाज़ार में होने वाली ठगी, मिलावट, MRP से ज्यादा दाम, बिना तोले समान बेचना या नापतोल में गड़बड़ी, गारंटी के बाद भी सर्विस न देना तथा एक्सपायरी डेट या सील टूटी हुई वस्तुएं बेचने अथवा बिल ना देने व धोखाधड़ी जैसे अपराधों का विरोध करता है।