चुनाव आते ही कांग्रेसी मंदिर से फोटो डालने लगते हैं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु ने मीडिया के सवालों का दिया जवाब
चुनाव आते ही कांग्रेसी मंदिर से फोटो डालने लगते हैं , भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु ने मीडिया के सवालों का दिया जवाब

भोपाल। मप्र विधानसभा चुनावों में सनातन और राम मंदिर के मुद्दे को भाजपा ने आवाज उठा दी है और सफाई देने कांग्रेस से उतर चुकी है।हालांकि इस मामले में सफाई देना संभव हो कि कांग्रेस की मजबूरी हो लेकिन तमाम चीजों के बाद भी कांग्रेस का कहना है कि मूलभूत मुद्दों और भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगारी से ध्यान भटकाने की कोशिश है। चुनाव दौरान मप्र आये भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने मीडिया से बातचीत की और अनेक सवालों के जवाब भी दिए ।उनका साफ कहना था कि जब भी चुनाव आता है कांग्रेसी मंदिरों में अपने जाने की फोटो डालने लगते हैं यहां तक कि राहुल गांधी जनेउ दिखाने लगते हैं।
सुधांशु त्रिवेदी का कहना है कि भाजपा एक विचार धारा प्रेरित, कैडर बेस पार्टी है, हम सभी का जिक्र करते हैं। ये बात कांग्रेस से पूछना चाहिए कि प्रियंका गांधी जो सिर्फ एक जनरल सेक्रेटरी हैं उनकी इतनी रैली किस क्षमता में होती है। राहुल गांधी के पास पार्टी का कोई पद नहीं है फिर भी वो लोकसभा सत्र में मीडिया से बात करते हैं और मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी जैसे लोग पीछे क्यों खड़े रहते हैं। देश की जनता बेहतर जानती है कि कांग्रेस में किसके पास नाम है और किसके पास नाम मात्र का काम है।
सुधांशु ने कहा मुझे समझ नहीं आता कि- राम मंदिर में धर्म कहां है, राम में या मंदिर में। जब महात्मा गांधी की समाधि पर राम लिखा हुआ है तो, राम साम्प्रदायिक कहां से हो गए ? वास्तविकता में कांग्रेस को राम मंदिर देखते ही अपने पाप याद आते हैं, उसे कार सेवकों की हत्या का समर्थन करना, 1949 से 1986 तक 37 साल मंदिर पर ताला लगा कर रखना, और अपने वकीलों द्वारा राम मंदिर के निर्माण को समय समय पर अटकाने का प्रयास करना याद आ जाता है जिससे उन्हें घबराहट होती है। ये बात जनता अच्छे से जानती है कि राम से किसको डर लगता है?