बिलासपुर में आंधी-तूफान से अनिरुद्धाचार्य का पंडाल तहस-नहस हो गया, कई हिस्सों में आज भी बारिश का अलर्ट

बिलासपुर
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में शुक्रवार को आए तेज आंधी-तूफान ने एक बड़े हादसे को टाल दिया, जब अनिरुद्धाचार्य महाराज की कथा से एक दिन पहले ही सीपत क्षेत्र के दर्राभाठा गांव में बना भव्य पंडाल पूरी तरह से धराशायी हो गया। आंधी और मूसलधार बारिश ने टेंट, साउंड सिस्टम, कूलर समेत तमाम इंतजामों को तहस-नहस कर दिया। आयोजन स्थल की हालत इस कदर बिगड़ी कि पूरा मैदान कीचड़ में तब्दील हो गया और श्रद्धा का समंदर बहने से पहले ही सूख गया।
गौरतलब है कि कथा का शुभारंभ शनिवार 19 अप्रैल से होना था, और शुक्र है कि हादसा इससे पूर्व घटित हुआ। आज सैकड़ों श्रद्धालु जो वहां एकत्र होने वाले थे, उनकी जान को गंभीर खतरा हो सकता था।
इस घटना के बाद आयोजकों को प्रशासन की ओर से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बताया गया है कि पुलिस व प्रशासन ने पहले ही आयोजन समिति को स्पष्ट निर्देश दिए थे कि सुरक्षा संबंधी सभी मानकों का पालन किया जाए। सीपत थाना प्रभारी गोपाल सतपथी और एएसपी अर्चना झा द्वारा बुधवार को आयोजकों को नोटिस देकर चेताया गया था कि यदि किसी भी प्रकार की दुर्घटना होती है तो आयोजक ही जिम्मेदार माने जाएंगे। बावजूद इसके पार्किंग की अपर्याप्त व्यवस्था, गैर-वॉटरप्रूफ मंच और अन्य सुरक्षा कमियों को नजरअंदाज कर दिया गया।
मालूम हो कि पिछले वर्षों में देशभर में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं। मथुरा (उत्तर प्रदेश) में 2016 में धार्मिक सभा के दौरान हिंसा में कई लोग मारे गए थे, वहीं 2022 में हरिद्वार में एक संत सम्मेलन के दौरान आग लगने की घटना हुई थी, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए। एक भीषण हादसा 2013 में मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के रतनगढ़ में घटित हुआ था, जब एक धार्मिक मेले के दौरान भगदड़ में दर्जनों लोगों की जान चली गई थी।
बिलासपुर में आंधी-तूफान का कहर
बिलासपुर में अचानक आई तेज आंधी-तूफान और बारिश ने भारी तबाही मचाई। मुख्य चौराहे, पटेल चौक और अहरो तिराहा समेत कई जगहों पर टीनशैड और फ्लैक्स बोर्ड हवा में उड़ गए। हाईवे और शहर की बस्तियों में तूफान की वजह से हाईटेंशन और लोकल लाइनों के खंभे उखड़कर सड़कों पर गिर गए।
हाईवे पर कई विशालकाय पेड़ों के गिरने से यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। बिजली की लाइनों पर पेड़ गिरने से पूरी रात विद्युत आपूर्ति ठप रही। गर्मी में लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।विद्युत विभाग की टीम जेसीबी के साथ मौके पर पहुंची और बहाली कार्य में जुट गई।
मनिहारखेड़ा गांव में दिलबाग सिंह के मकान की दीवार गिर गई और छत के टीनशैड उड़ गए। हालांकि, परिवार के सभी सदस्यों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। मुहल्ला भट्टी टोला में साप्ताहिक पैठ वाली पुलिया के पास खड़ी विहिप महामंत्री प्रदीप गंगवार की बुलेरो नहर में गिर गई। क्रेन की मदद से वाहन को बाहर निकाला गया।