परभणी में अज्ञात व्यक्ति द्वारा संविधान का अपमान, अम्बेडकर अनुयायियों ने किया विरोध प्रदर्शन

परभणी: महाराष्ट्र के परभणी शहर में कलेक्टर कार्यालय के सामने वहां बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति है। इस प्रतिमा के सामने संविधान और संविधान की प्रति रखी हुई है। बताया जा रहा है कल शाम करीब 5.30 बजे एक उपद्रवी ने संविधान की प्रति को तोड़ दिया। घटना की एक प्रति को तोड़ जाने के बाद अंबेडकर के अनुयायी नाराज हो गए, इसके बाद परभणी में देर रात तक आंदोलन शुरू हो गया। इसके तहत आज परभणी में बंद का एलान किया गया था, अब वहां हिंसा ने आक्रामक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह पत्थर फेंके। सड़क पर दुकानें और कारें भी जलाईं गईं।  पुलिस ने स्थिति को कंट्रोल करने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।

सड़क रोको और रेल रोको प्रदर्शन
महाराष्ट्र के परभणी शहर में कलेक्टर कार्यालय के सामने अंबेडकरी अनुयायी मूर्ति क्षेत्र में एकत्र हुए और इसके बाद उन्होंने सड़क रोको और रेल रोको भी प्रदर्शन किया।  परभणी जिले में आज सुबह से सख्त लॉकडाउन है। तमाम अंबेडकरी लोग सड़कों पर उतर आए हैं और सड़क रोककर इस हरकत का विरोध कर रहे हैं।

24 घंटे के अंदर उपद्रवियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो…
इस बीच वंचित बहुजन आघाड़ी के प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने भी ममाले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। प्रकाश आंबेडकर ने कहा, परभणी में जातिवादी मराठा उपद्रवियों की तरफ से बाबा साहेब की प्रतिमा के साथ भारतीय संविधान की तोड़फोड़ बेहद शर्मनाक है। यह पहली बार नहीं है कि बाबा साहब की मूर्ति या दलित अस्मिता के प्रतीक के साथ इस तरह की बर्बरता हुई है।

क्या बोले प्रकाश अंबेडकर?
वीबीए परभणी जिले के कार्यकर्ता सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचे और उनके विरोध के कारण पुलिस ने FIR दर्ज की और एक उपद्रवी को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने आगे कहा, मैं सभी से कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध करता हूं।' अगले 24 घंटे के अंदर सभी उपद्रवियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो अंजाम भुगतना पड़ेगा।

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