विंध्य पर आम आदमी पार्टी का फोकस; ग्वालियर-चंबल में भाजपा-कांग्रेस को हो सकता है नुकसान इस बार के चुनाव में दोनो सियासी दलों के अलावा अन्य दल भी समीकरण को करेंगे प्रभावित
विंध्य पर आम आदमी पार्टी का फोकस; ग्वालियर-चंबल में भाजपा-कांग्रेस को हो सकता है नुकसान इस बार के चुनाव में दोनो सियासी दलों के अलावा अन्य दल भी समीकरण को करेंगे प्रभावित
भोपाल। आम आदमी पार्टी ने चुनाव मे ताल ठोक दी है। बता दें कि मध्यप्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। पार्टी ने 39 सीटों पर प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट भी जारी कर दी है। इनमें करीब आधे यानी 17 प्रत्याशी विंध्य और ग्वालियर चंबल से हैं। इन इलाकों में आप आक्रामक तरीके से प्रचार भी कर रही है। आप के प्रचार का पैटर्न गुजरात की तरह ही है। पार्टी उन्हीं इलाकों को टारगेट कर रही है, जहां उसे नगरीय निकाय चुनावों में अच्छा वोट परसेंट मिला था।
गुजरात पैटर्न : 2021 के गुजरात नगर निगम चुनाव में पार्टी ने 28 सीटें जीती थीं। अकेले सूरत में ही 27 सीटें मिली थीं। एक सीट गांधीनगर से जीती थी। सूरत में 28% और गांधीनगर में 21% वोट मिले थे। पूरे गुजरात में आप को 13% से ज्यादा वोट मिले। इसके बाद 2022 में पार्टी ने गुजरात विधानसभा का चुनाव पूरी तैयारी के साथ लड़ा।
पार्टी ने चुनाव प्रचार की शुरुआत सूरत और गांधीनगर से की, फिर पूरे प्रदेश को टारगेट किया। नतीजा ये रहा कि गुजरात और सूरत में आप दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। गुजरात से 5 विधानसभा सीटें भी जीतीं। इसी के साथ आप को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी मिल गया।
मप्र में आप करेगी फालो : आप ने एमपी में भी उन्हीं इलाकों से चुनाव प्रचार की शुरुआत की है, जहां उसने नगरीय निकाय चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था। इनमें 30 सीटों वाला विंध्य और 31 सीटों वाला ग्वालियर चंबल आता है।
एमपी में पिछले नगरीय चुनावों में एक मेयर के साथ आप के 17 पार्षद भी चुनाव जीते थे। पूरे एमपी में पार्टी को 7% वोट मिले थे। विंध्य क्षेत्र में 6 पार्षद के साथ एक मेयर भी बनी। सिंगरौली से 5 पार्षद और रीवा से भी एक पार्षद चुनाव जीता। एमपी में कुल मिले वोट के एक तिहाई से भी ज्यादा यानी करीब 3% वोट विंध्य क्षेत्र से मिले।