शासकीय प्राथमिक विद्यालय मानपुर पृथ्वी में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन
शासकीय प्राथमिक विद्यालय मानपुर पृथ्वी में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का हुआ आयोजन
प्रस्फुटन समिति कर रही साक्षरता के क्षेत्र में जागरूकता का कार्य
मुरैना 08 सितम्बर 2023/जन अभियान परिषद जौरा द्वारा गठित ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति मानपुर पृथ्वी के नेतृत्व में शासकीय प्राथमिक विद्यालय मानपुर पृथ्वी में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में साक्षरता को लेकर बच्चों को जानकारी प्रदान की। बच्चों ने साक्षरता सप्ताह के अंतर्गत एक नाटक का आयोजन किया। कार्यक्रम में सहायक शिक्षक राहुल राजपूत, ग्राम विकास प्रस्तुत समिति के अध्यक्ष सुमन त्यागी, कमल किशोर, अल्केश राठौर, परामर्शदाता श्री प्रशांत शर्मा, विशाल सिंह, लाखन सिंह, हरेंद्र राजपूत, शारदा राजपूत, मिथिलेश राजपूत और सभी छोटे-छोटे बच्चे, बच्चियां उपस्थित थीं।
कार्यक्रम में बताया गया कि निरक्षर की तुलना में साक्षर व्यक्ति हर क्षेत्र में आगे रहता है तो हमें अपने घर के प्रत्येक सदस्य को साक्षर बनाना है। जो भाई, बहन शिक्षा से वंचित हैं, उन्हें साक्षर बनाने के लिए स्कूल पहुंचना है। अपने दादी, दादा, मम्मी, पापा भी निरक्षर है और और अपना नाम लिखना और पढ़ना नहीं जानते तो उन्हें भी अपना नाम लिखना व पढ़ना सीखना है। इन बच्चों से ऐसी बात सुनकर स्कूल की सहायक शिक्षिका संगीता सिकरवार ने बच्चों के समक्ष कई छोटे-छोटे उदाहरण देकर उन्हें समझाया। उन्होंने बताया कि हमें अपने घरों में दूध का हिसाब, खेती-बाड़ी का हिसाब, घर के राशन तथा लेन-देन इन सभी के लिए भी पढ़े-लिखे लोगों से हमें जानकारी लेनी पड़ती है। क्यों न हम पढ़ लिखकर अपने घर के कामकाजों में आगे बढ़े और अपने गांव और देश को साक्षर बनाने में अपनी भूमिका निभायें। प्रस्फुटन समिति के माध्यम से यह कार्यक्रम प्रत्येक घर तक पहुंचाने का कार्य बच्चों के सहयोग से और ग्राम विकास प्रस्फुटन समिति के लोगों के माध्यम से किया गया। मानपुर पृथ्वी में प्रत्येक घर में साक्षरता का संदेश पहुंचाने का कार्य किया गया।
प्रस्फुटन के सचिव ने प्रत्येक बच्चे को संदेश देते हुए कहा कि हमारे गांव में शिक्षा से कई बच्चे वंचित हैं, हमारे गरीब परिवारों के लोग शिक्षा दिलाने में असमर्थ हैं। गरीब परिवार के बच्चे अच्छे स्कूलों में पढ़ने नहीं जा सकते, क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति कमजोर हैं। हमारे विद्यालय में अब अच्छे शिक्षक हैं, जो हमें अच्छा पढ़ाते हैं और अच्छी बातें सिखातें हैं। हमें अपने घर से स्कूल जाना है और जो बहन, भाई स्कूल नहीं आते हैं, उन्हें भी स्कूल लेकर आना है, जिससे वह पढ़ सके और आगे बढ़ सके। उन्होंने कहा कि साक्षर हो हमारा गांव और देश।