चुनाव परणिामों पर एक नजर कि भोपाल के; 82 कैंडिडेट्स की जमानत जब्त
चुनाव परणिामों पर एक नजर कि भोपाल के; 82 कैंडिडेट्स की जमानत जब्त
भोपाल। लंबी खींचतान के बाद आखिरकार सभी सीटों के चुनाव परणिाम सामने आ चुके हैं। राजनीतिक रूप से आमने सामने आने वाले लोगों में जीत तो एक को ही मिलती है लेकिन अनेक ऐसे होते हैं जिनकी जमानत भी जब्त होती है। गौर करने वालीबात यह है कि भोपाल की सातों विधानसभा के चुनाव नतीजे सामने आ चुके हैं। 5 में बीजेपी और 2 में कांग्रेस कैंडिडेट्स ने जीत हासिल की। खास बात यह है कि चुनावी मैदान में कुल 96 कैंडिडेट्स थे। इनमें से 82 की जमानत जब्त हो गई है। वहीं, 58 कैंडिडेट ऐसे हैं, जो ‘नोटा’ यानी ‘इनमें से कोई नहीं’ से ही हार गए। ज्यादातर सीटों पर दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी या फिर आम आदमी पार्टी ही रही।
सभी 7 सीटों पर बीजेपी-कांग्रेस में ही मुख्य मुख्य मुकाबला रहा। वोटों के मामले में तीसरी पार्टी या निर्दलीय कैंडिडेट आसपास भी नहीं रहे। ज्यादातर निर्दलीय तो 3 अंकों में भी वोट नहीं ला सके।
भतीजे से 94 हजार वोटों से हारे आमिर
भोपाल की सबसे चर्चित सीट भोपाल उत्तर रही। यहां से पूर्व विधायक आरिफ अकील ने अपने बेटे आतिफ अकील को कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़वाया। इससे उनके भाई आमिर अकील बागी होकर मैदान में उतर गए। आमिर ने निर्दलीय चुनाव लड़ा। शुरुआत से ही वे बीजेपी के आलोक शर्मा से मुख्य मुकाबला होने की बात कहते रहे, लेकिन यहां आतिफ ने वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की। आतिफ को कुल 96125 वोट मिले, जबकि आमिर को 1837 वोट ही मिले। इस तरह आमिर अपने भतीजे आतिफ से 94 हजार 288 वोटों से ही हार गए। सीट पर आतिफ पहले, बीजेपी कैंडिडेट शर्मा दूसरे और आमिर तीसरे नंबर पर रहे।
इसी सीट से कांग्रेस के नेता रहे नासिर इस्लाम भी निर्दलीय होकर चुनाव लड़े थे, लेकिन वे 550 वोट ही ला सके। आम आदमी पार्टी के मोहम्मद सऊद को 735 वोट ही मिल सके।