रैबीज संक्रमण होने पर डॉक्टर व शासकीय चिकित्सालय में दिखायें
रैबीज संक्रमण होने पर डॉक्टर व शासकीय चिकित्सालय में दिखायें

सिविल सर्जन डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर ने बताया है कि रैवीज एक जीवाणु जनित संक्रमण है। भारत में यह प्रमुख समस्या है। कुत्ते के काटने के अलावा बिल्ली, नेवला, बंदर जानवर के काटने से भी होता है। आर.एम.ओ. डॉ. सुरेन्द्र सिंह गुर्जर और डिप्टी मीडिया ऑफीसर श्रीमती रामलली माहौर ने लोगों को संदेश देकर जागरूकता बढाने के लिये महिला, पुरूषों को जानकारी देकर बताया कि एक, दो साल कुत्ते के द्वारा काटी गई जगह पर कुछ न लगाये एवं स्वास्थ्य संस्था पर सम्पर्क करें।
डॉक्टरों को दिखाये। पालतू जानवर को वैक्सीनेशन करवाये तथा जानवरों से बचाव करें। उन्होंने बताया कि कुत्ता पागल है या मर गया है तो मरीज को इन्जेक्शन अवश्य लगवाये। एपियोंलाजिस्ट डॉ. महेन्द्र सिंह यादव ने लोगों को रेबीज जैसी खतरनाक बीमारी से बचने हेतु समझाइश दी। रैबीज संक्रमण होने पर तुरंत डॉक्टर व शासकीय चिकित्सालय मे दिखायें। कुत्ते द्वारा काटने पर वैक्सीन शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं पर निःशुल्क लगाई जाती है।