हेपेटाइटिस के लक्षण होने पर आमजन जिला चिकित्सालय मुरैना में मुफ्त जांच व उपचार लें – सिविल सर्जन डॉ. तोमर

हेपेटाइटिस के लक्षण होने पर आमजन जिला चिकित्सालय मुरैना में मुफ्त जांच व उपचार लें - सिविल सर्जन डॉ. तोमर

राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस कंट्रोल कार्यक्रम के बारे में सिविल सर्जन डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर ने बताया है कि हेपेटाइटिस लीवर से जुड़ी बीमारी जो वायरल इंफेक्शन के कारण होती है। इस बीमारी में लीवर में सूजन आ जाती है, हेपेटाइटिस भी 5 प्रकार के वायरस होते है। हेपेटाइटिस ए.बी.सी.डी. और ई और इन पाँचों वायरस को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि इनके कारण हेपेटाइटिस महामारी जैसी बनती जा रही है।

हर साल इसकी वजह से होने वाली मौतों का आंकड़ा भी बढ़ता जा रहा है। हेपेटाइटिस का टाइप बी और सी लाखों लोगों में कोनिक बीमारी का कारण बन रहे है, क्योंकि इनके कारण लीवर सिरोसिस और कैंसर होते है। हेपेटाइटिस के बारे में जागरूकता पैदा करने और जन्म के बाद बच्चे को वैक्सीन देकर उसे हेपेटाइटिस से बचाया जा सकता है।

सिविल सर्जन डॉ. तोमर ने बताया कि हेपेटाइटिस बी इंफैक्टेड ब्लड के ट्रांसफ्यूजन और असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाने के कारण होता है। हेपेटाइटिस सी, एच. सी. व्ही के कारण होता है, और जैसे प्रदूषित खाना, प्रदूषित पानी के कारण भी होता है। हेपेटाइटिस के लक्षण पीलिया, बहुत अधिक थकान, जी मिचलाना, पेट में दर्द, सूजन, खुजली, भूख ना लगना, अचानक से वजन कम होना आदि लक्षण होने पर हेपेटाइटिस बी और सी की रोकथाम के संक्रमण को रोकने के सभी शासकीय संस्थाओं पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉ. तोमर ने आमजन से अपील की है कि उक्त लक्षण होने पर जिला चिकित्सालय मुरैना में मुफ्त जांच व उपचार लें, जिससे हेपेटाइटिस बीमारी से बचा जा सकता है।

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