देश के गौरव पूर्ण अतीत, समृद्ध सांस्कृतिक परम्पराओं के अनुरूप चलें; भोपाल में आयोजित 75वें गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल का संबोधन
देश के गौरव पूर्ण अतीत, समृद्ध सांस्कृतिक परम्पराओं के अनुरूप चलें; भोपाल में आयोजित 75वें गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल का संबोधन
भोपाल ! मप्र के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने प्रदेश वासियों का आव्हान किया है कि भारत के गौरवपूर्ण अतीत और समृद्ध सांस्कृतिक परम्पराओं के अनुरूप निरंतर कर्म पथ पर चलते हुए मध्यप्रदेश को विकसित एवं आत्म-निर्भर बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। उन्होंने कहा कि यह गर्व का विषय है कि हम भारत के लोग संविधान में अंतर्निहित न्याय, स्वतंत्रता, समता, एकता, अखंडता और बंधुता के मार्ग पर चलते हुए निरंतर प्रगति-पथ पर अग्रसर हैं।
उन्होंने कहा है कि सरकार का लक्ष्य बिल्कुल स्पष्ट है। पहला सभी वर्गों, क्षेत्रों का उत्थान और सशक्तिकरण, दूसरा जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम पक्ति के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाना तीसरा, प्रदेश के चहुँमुखी विकास के लिए भौतिक अधोसंरचना को अधिक से अधिक सुदृढ़ बनाना।
चौथा, सबके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, कौशल विकास, निवेश और रोज़गार एवं स्व-रोज़गार को प्राथमिकता देना। पाँचवां, सरकार के कामकाज में हर स्तर पर सुशासन सुनिश्चित करना और छठवां, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संकल्प-पत्र में दी गई गारंटियों को पूरा कर मध्यप्रदेश को देश का सबसे अग्रणी राज्य बनाना है।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल 75वें गणतंत्र दिवस पर राजधानी भोपाल में आयोजित मुख्य समारोह को संबोधित किया।प्रदेश स्तरीय इस भव्य कार्यक्रम का आयोजन लाल परेड ग्राउंड में किया गया था। इस अवसर पर राज्य मंत्री, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण नरेन्द्र शिवाजी पटेल, मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा और पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना सहित जन प्रतिनिधि, वरिष्ठ अधिकारी, गणमान्य जन और बड़ी संख्या में भोपाल के नागरिक उपस्थित थे।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 45 लाख करोड़ तक ले जाना लक्ष्य
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के भारत को अमृतकाल में विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के संकल्प की पूर्ति के लिए राज्य सरकार का लक्ष्य प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 45 लाख करोड़ रुपए के स्तर तक ले जाने का है। मध्यप्रदेश में सांस्कृतिक अभ्युदय का एक महापर्व गतिमान है।
श्री महाकाल महालोक परिसर की तर्ज पर 18 लोकों के निर्माण के रोडमैप पर तेजी से काम किया जा रहा है। संत शिरोमणि श्री रविदास स्मारक, रानी दुर्गावती स्मारक और श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी स्मारक भावी पीढ़ियों के लिए नए प्रेरणा पुंज के रूप में स्थापित होंगे। केन्द्र सरकार से भोपाल में 15 करोड़ रुपए की लागत से सिटी म्यूजियम की स्थापना की स्वीकृति प्राप्त हुई है।
प्रदेश के चित्रकूट, खजुराहो, उज्जैन एवं भोपाल में सांस्कृतिक वन बनाए जा रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में पर्यावरण और जैव-विविधता के संवर्धन के लिए 100 नगर वन क्षेत्र स्थापित करने का लक्ष्य है। उज्जैन स्थित श्री महाकाल महालोक के नीलकण्ठ वन परिसर एवं अवंतिका हाट के मध्य स्वच्छ स्ट्रीट फूड हब ’प्रसादम्’ का शुभारंभ किया गया है।
महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में 1 करोड़ 29 लाख बहनें लाभान्वित हुई
श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मंशा के अनुरूप दिनांक 10 से 15 जनवरी-2024 तक संचालित महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के दौरान प्रदेश की 1 करोड़ 29 लाख पात्र बहनों के खातों में 1 हजार 576 करोड़ रुपए से अधिक की राशि अंतरित की गई है।
मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना से अब तक 46 लाख 74 हजार बालिकाओं को लाभान्वित किया जा चुका है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अंतर्गत अब तक 61 लाख से अधिक महिलाओं को स्व-सहायता समूहों से जोड़ा जा चुका है।
21 लाख 74 हजार की सिकल सेल जाँच
श्री पटेल ने कहा कि सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन हेतु राज्य हीमोग्लोबिनोपैथी मिशन की स्थापना की गई है। प्रदेश के जनजातीय बहुल क्षेत्रों में अब तक 21 लाख 74 हजार से भी अधिक जनसंख्या की जाँच की जा चुकी है तथा 10 लाख 38 हजार से अधिक लाभार्थियों को जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड वितरित कर दिए गए हैं।
जनजातीय क्षेत्रों में पेसा नियमों के प्रभावी क्रियान्वयन से न केवल पंचायतें एवं ग्राम सभाएँ सशक्त बनी हैं, बल्कि जनजातीय भाई-बहनों के समग्र कल्याण और हितों के संरक्षण का मार्ग भी प्रशस्त हुआ है।