कांग्रेस-पटवारी प्रतिनिधियों से चर्चा करके निकालेंगे समाधान; पार्टी को संजीवनी दिलाने के लिए होना है मंथन
कांग्रेस-पटवारी प्रतिनिधियों से चर्चा करके निकालेंगे समाधान; पार्टी को संजीवनी दिलाने के लिए होना है मंथन
भोपाल। कांग्रेस को प्रदेश में एक बेहतर सम्मानजनक स्थिति बन सके और आने वाले लोकसभा चुनाव में अच्छा परफार्म कर सके इसके लिए मंथन किया जाना है। इस आशय की तैयारी नये पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कर ली है। यही कारण है कि पीसीसी में रविवार को सभी विधायकों और एकमात्र सांसद के साथ बैठक करके आगामी रणनीति पर चर्चा करेंगे। कहा तो यह भी जा रहा है कि आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस अब सोशल मीडिया का भी जमकर सहारा लेगी । इसलिए अब कांग्रेस का पूरा फोकस सोशल मीडिया पर भी होगा। सोशल मीडिया के जरिए कांग्रेस, बीजेपी के संकल्प पत्र को जनता तक पहुंचाने का काम करेगी और उसे पूरे नहीं करने पर सरकार को घेरेगी। इसके साथ ही कांग्रेस अपनी रणनीति के जरिए सोशल मीडिया से संगठन को मजबूत करने की भी तैयारी कर रही है। इसको लेकर कांग्रेस ने प्रदेश भर के सोशल मीडिया प्रभारियों की बैठक रविवार को बुलाई है।
कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिनव बारोलिया ने कहा है कि कांग्रेस के सोशल मीडिया विभाग की प्रदेश स्तरीय बैठक 7 जनवरी , रविवार को सुबह 10:30 बजे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुलाई है। बैठक में सोशल मीडिया विभाग के प्रदेश, लोकसभा, ज़िला एवं विधानसभा स्तर के सभी पदाधिकारियों को अनिवार्य रूप से शामिल होने के लिए कहा गया है। इस प्रदेश स्तरीय बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी विशेष तौर पर शामिल होंगे व सोशल मीडिया विभाग की आगामी कार्ययोजना पर आप सभी से चर्चा करेंगे।
सभी को साथ रखकर चलने का प्रयास –
कांग्रेस के खास सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव में करारी हार से उबरने के लिए सभी को साथ लेने की कोशिश कर रही है। इसलिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी सभी वरिष्ठ नेताओं से मेल मुलाकात करने का काम कर रहे हैं। साथ ही संभागीय दौरे कर बैठकें भी शुरू कर दी हैं। इन बैठकों में पार्टी जनता के जनादेश के स्वीकार करने के साथ आगामी चुनाव में पूरी ताकत से बीजेपी को घेरने का काम करने के लिए कहा जा रहा है ताकि जनता के बीच खोए हुए विश्वास को हासिल किया जा सके। खासतौर पर जनहित के मामलों के त्वरित और गंभीरता से उठाने के लिए पार्टी संगठन तत्पर है और सोशल मीडिया की भूमिका इसमें सबसे अधिक है क्योंकि सोशल मीडिया के माध्यम से ही सरकार की कमजोरियों की जानकारी मिलेंगी और उसे जनता के पास तक पहुंचाया जा सकेगा।