कांग्रेस का तंज – मप्र में सुस्ताशन युग का प्रारंभ

नेताप्रतिपक्ष ने कहा इस सीएम को दिल्ली ने पावर दिया या नहीं
भोपाल। मप्र में नई सरकार 13 दिसंबर को सीएम के रूप में सामने आ गई थी। इसी के साथ दोनों डिप्टी सीएम ने भी शपथ ली। इसके 12 दिन बाद 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल विस्तार हुआ। 28 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई। मंत्रिमंडल विस्तार के तीन दिन बाद भी मंत्रियों को विभागों का बंटवारा नहीं हो सका। ऐसे में एक बात समझ में नहीं आ रही है कि आखिर दिल्ली दरबार ने मोहन सरकार को पावर दिया है या नहीं। यह तंज नेताप्रतिपक्ष ने भाजपा सरकार में मंत्रियों के विभाग आवंटन में हो रही देरी को लेकरदिया है।
सच बात यही है कि प्रदेश में मंत्रियों को विभाग बंटवारे में हो रही लेटलतीफी पर विपक्ष ने तंज कसा है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘सीएम के चयन का फैसला 10 दिन में, मंत्रिमंडल का फैसला 12 दिन में, अब विभागों के बंटवारे में देरी और खींचतान जारी है।’उन्होंने आगे लिखा, ‘आखिर प्रदेश के नए नवेले मुख्यमंत्री को कोई अधिकार दिया भी गया है कि नहीं, या सारे फरमान दिल्ली दरबार से जारी हो रहे हैं। डबल इंजन की सरकार में दिल्ली का इंजन ही चलता दिखाई दे रहा है।’