बेटियों की शिक्षा ही राष्ट्र विकास का पहला क़दम – राज्यपाल

भोपाल! मप्र के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में बालिका शिक्षा पहला क़दम है। बेटियां परिवार और समाज की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि पुरुष जब शिक्षित होता है तो केवल एक व्यक्ति शिक्षित होता है पर जब महिला शिक्षित होती है तो कई पीढ़ियों को शिक्षित और संस्कारवान बनाती है। श्री पटेल सीहोर के कन्या शिक्षा परिसर में आयोजित वार्षिकोत्सव समारोह को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि समाज और देश तभी समृद्ध और सशक्त होगा जब बेटियां स्वस्थ, शिक्षित और स्वावलंबी होगी। शिक्षित महिला माँ, बहन, दादी और पत्नी सभी भूमिकाओं का बेहतर तरीक़े से निर्वहन करती है। उन्होने कहा कि महिलाएँ आज व्यापार, शिक्षा, राजनीति, खेल, कला, प्रतिरक्षा सभी क्षेत्रों में कामयाबी का परचम लहरा रही है। सेना में फाईटर प्लेन उड़ा रही हैं। चंद्रयान जैसी परियोजनाओं में सशक्त भूमिका निभा रही हैं।
बालिकाओं को सशक्त देखकर अभिभूत हूँ
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि कन्या शिक्षा परिसर की बालिकाओं के सर्वांगीण विकास की झलक को देखकर, मैं भावविभोर हूँ। इसके लिए मैं सूर्या फ़ाउंडेशन और स्कूल प्रबंधन को हृदय की गहराइयों से बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ।
पंचायत से गणतंत्र के सर्वोच्च पद पर महिलाएँ
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि पंचायत से लेकर गणतंत्र के सर्वोच्च पद पर महिलाएँ विराजमान हैं। वर्तमान में मध्यप्रदेश की मुख्य सचिव भी महिला अधिकारी है। उन्होंने सभी बेटियों से कहा कि सफल महिलाओं से प्रेरणा लेकर भावी जीवन की दिशा तय करें। श्री पटेल ने कहा कि शिक्षा बदलाव का सशक्त साधन है। बेटियां अपनी शिक्षा की ताक़त से अपने समुदाय और समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है। अपने समुदाय और परिवार की महिलाओं और बेटियों को स्वयं के उदाहरण से शिक्षा और सशक्तिकरण का महत्व बताना चाहिए।
नागरिक देशहित में सोचेंगे तभी सशक्त होगा देश
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि हम इतिहास के उस दौर में हैं जब देश उन्नति की छलांग लगाने जा रहा है। देश तभी सशक्त होगा जब हर नागरिक देशहित में सोचेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति सजग नागरिकों की पौध तैयार करने का यही सही समय है। युवाओं को शिक्षा और कौशल तक ही सीमित नहीं रखते हुए, उन्हें देश सेवा और कर्तव्यों को सर्वोपरि रखने के लिए प्रेरित करें। शिक्षकों से कहा कि वर्तमान और भावी पीढ़ी में विचारशीलता और कर्तव्य के पालन के बीज बोने के लिए स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करें। उनका रोल मॉडल बनें।
राज्यपाल श्री पटेल का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत और स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया गया। श्री पटेल ने बेस्ट स्टूडेंट के लिए कुमारी आयुषी, बेस्ट हाउस के लिए झलकारी हाउस, बेस्ट टीचिंग स्टाफ के लिए श्वेता त्रिपाठी और बेस्ट एडमिन स्टॉफ के लिए शंकर लाल को पुरस्कार प्रदान किए।