जम्मू-कश्मीर: सुरक्षाबलों ने 24 घंटे में दो मुठभेड़ों में 6 आतंकी किये ढेर

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में 24 घंटे के अंदर सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच दो एनकाउंटर हुए, जिसमें 6 आतंकी मारे गए। पहला एनकाउंटर कुलगाम में 16 नवंबर की शाम से शुरू हुआ। इसमें पांच आतंकी मारे गए। दूसरा एनकाउंटर राजौरी में हुआ, इसमें सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया।
16 नवंबर की शाम कुलगाम के सामनू इलाके सुरक्षाबलों को आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने फायरिंग कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की।ऑपरेशन में सेना की 34वीं राष्ट्रीय राइफल्स, 9 पैरा (एलीट स्पेशल फोर्स यूनिट), सीआरपीएफ और राज्य पुलिस शामिल थी। कश्मीर जोन पुलिस के मुताबिक, एनकाउंटर गुरुवार शाम साढ़े 4 बजे से शुरू हुआ था। देर रात अंधेरे की वजह से इसे रोक दिया गया, लेकिन सुबह होते ही एक बार फिर फायरिंग शुरू हो गई। पांचों आतंकी जिस घर में छिपे हुए थे, क्रॉस फायरिंग के दौरान उसमें आग लग गई। आतंकियों की बॉडी ड्रोन कैमरा के जरिए देखी गई है।
लश्कर-ए-तैयबा अब कश्मीर घाटी में द रेजिस्टेंस फोर्स के नाम से ऑपरेट कर रहा है। सुरक्षाबलों के अधिकारी बताते हैं कि 2019 में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद से एलईटी ने सोची समझी रणनीति के तहत ऐसा किया है। दो वजहों से लश्कर-ए-तैयबा ने नाम बदला है रेजिस्टेंस फ्रंट जैसा नाम रखने से आतंकियों की हथियारबंद लड़ाई को स्थानीय कश्मीरी लड़कों की लड़ाई जैसे दिखाया जाता है। ये नाम सेक्युलर भी है जो फॉरेन मीडिया को ज्यादा आकर्षित करता है और कश्मीर के संघर्ष की नई तस्वीर पेश करता है।