कांग्रेस ने संविधान नहीं बचाया होता तो आज मोदी पीएम नहीं बनते – खडगे, कांग्रेस के साथ गरीब जुड़ जाएं तो भाजपा की धज्जियां उड़ जाएं
कांग्रेस ने संविधान नहीं बचाया होता तो आज मोदी पीएम नहीं बनते – खडगे, कांग्रेस के साथ गरीब जुड़ जाएं तो भाजपा की धज्जियां उड़ जाएं

ग्वालियर।कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर जमकर पलटवार किया है। वे मंगलवार को ग्वालियर की चुनावी सभा में कहा, ‘हम चुनाव में वोटों के लिए नहीं, किसी को एमएलए बनाने के लिए नहीं उतरे हैं। हम देश में एकता रखना चाहते हैं। देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाना चाहते हैं।’
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा, ‘यहां की सरकार कई मायने में नंबर-1 है। कभी रोते हैं, कभी रुलाते हैं और कभी अपनी बात रखने के लिए बहुत से ड्रामा भी करते हैं। शिवराज सरकार की उपलब्धि क्या है? बीजेपी सरकार- भ्रष्टाचार, अपराध, कुपोषण, दलित-आदिवासी अत्याचार, बेरोजगारी, आत्महत्या में नंबर-1 है। हम ये तस्वीर बदलेंगे।’
उन्होंने लोगों का आहवान करते हुए कहा, ‘अगर सब गरीब कांग्रेस के साथ जुड़ जाएंगे तो भाजपा की धज्जियां उड़ जाएंगी।’
खड़गे ने यह भी कहा कि -इंदिरा गांधी के समय हर गरीब हमारे साथ था। आज धर्म के नाम पर जो हुकूमत कर रहे हैं, वे सभी को खत्म कर रहे। धर्म-धर्म, जाति-जाति में झगड़ा करा रहे। गरीब को और गरीब, अमीर को और अमीर बना रहे। ये आंकड़े कह रहे हैं, मैं नहीं।
देश में 5% लोगों की संपत्ति 60% है। 50% गरीबों की संपत्ति सिर्फ 3% है। इसके बारे में मोदी सोचते नहीं। यहां आकर कहते हैं कि मेरी सूरत देखकर वोट दो। अरे, आपकी सूरत कितनी बार देखें? मोदी गरीबों के दूर से दर्शन करते हैं। उनसे मिलते नहीं।
देश में किसे – क्या मिल रहा, इसके लिए हम जातीय जनगणना कराएंगे। मोदी खुद कहते हैं कि मैं बहुत गरीब हूं। मैं एक चायवाला हूं।
पं. जवाहरलाल नेहरू ने जो स्कूल, कॉलेज, फैक्ट्रीज खोले, उन्हें मोदी साहब एक-एक कर बेचकर खा रहे। ऊपर से बोलते हैं कि कांग्रेस ने क्या किया? अरे, कांग्रेस ने इस देश के लोकतंत्र-संविधान को बचाया। इसीलिए तो आप प्रधानमंत्री बने हो। शाह गृहमंत्री बने।
ग्वालियर – चंबल की 34 सीटों पर सीधे प्रभाव
बता दें कि बीते 4 दिन में खड़गे का यह दूसरा मध्यप्रदेश दौरा है। 4 नवंबर को उन्होंने बालाघाट जिले के कटंगी और डिंडौरी के शहपुरा में चुनावी सभाओं को संबोधित किया था। खड़गे की ग्वालियर की सभा ग्वालियर – चंबल संभाग की 34 विधानसभा सीटों पर असर पड सकता है।