दलालों के कब्जे में बाजरा क्रय खरीद केंद्र, सुविधा शुल्क नहीं देने पर किसान बाजरा लौटने का आरोप
आगरा / पिनाहट।उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को राहत पहुंचाने के लिए राजकीय अनाज क्रय केंद्र खोले गए हैं। ताकि लोगों को अपने ही नजदीकी खरीद केंद्र पर अपने अनाज की सही कीमत मिल सके। मगर इसमें भी किसानों के साथ धोखा होता नजर आ रहा है। खरीद केंद्रों पर अपने ही चाहते किसानों को फर्जी रजिस्ट्रेशन के नाम पर धांधली देखने को मिल रही है। पिनाहट कस्बा के अरनोटा मार्ग स्थित राजकीय खरीद केंद्र पर अपने अनाज का सही मूल्य पाने वाले लोगों के साथ छलावा हो रहा है उनकी जगह पर अपने चाहते एक किसानों का खरीद केंद्र के कर्मचारी मिली भगत से रजिस्ट्रेशन कराकर अनाज को खरीद कर महंगे कीमत में भेच रहे हैं। जिसमें बड़ी मिली भगत से इनकार नहीं किया जा सकता। किसान और मार्केटिंग इंस्पेक्टर सहित एक अन्य बिचौलिए का ऑडियो एवं एक घर में सरकारी वरदाने में भरा जा रहा बाजरे का
मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बावजूद भी प्रशासन की उच्च अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई जिसे लेकर बाजार क्रय केंद्र मार्केटिंग इंस्पेक्टर और बिचौलिया दलालों की जमकर मनमानी चल रही है। बाजार क्रय केंद्र पूरी तरह से दलालों के कब्जे में हैं। बाजार क्रय केंद्र पर पहुंचने वाले किसानों से सुविधा शुल्क प्रति 150 से 200 तक कुंटल लिया जा रहा है। मंगलवार को किसान परमानंद गुप्ता कैंटर गाड़ी में करीब 75 कुंतल बाजार अपने पूरे कागज और रजिस्ट्रेशन के साथ लेकर पहुंचे मगर उनके बाजरे को क्रय केंद्र पर नहीं लिया गया। उन्होंने इसका कारण पूछा तो जवाब नहीं दिया बिचौलियों ने कहा कि 150 रुपए प्रति कुंटल लगेगा तब आपकी गाड़ी को खलाया जाएगा। जिस पर किसानों ने जमकर हंगामा किया और अनाज खरीदने के लिए कहा मगर किसान की गाड़ी में भारी अनाज को नहीं खरीदा गया और वापस कर दिया गया। किसान बाजरा की गाड़ी लेकर आया था पहले ही फतेहाबाद केंद्र पर बाजार बेच चुके थे ऑनलाइन नियम यह है कि जिस खरीद केंद्र पर रजिस्ट्रेशन होगा वही बाजरा अनाज बेचा जाएगा। जबरदस्ती हंगामा करने लगे जिसे लेकर किसान को समझने का प्रयास किया गया। अगर फर्जी तरीके से अगर ऐसा मामला दोबारा पाया जाता है तो कार्रवाई कराई जाएगी। ऑडियो वायरल पर उन्होंने बताया कि लेबर का चार्ज लिया जा रहा है सुविधा शुल्क के आरोप को गलत ठहराया है।