इस बार विंध्य का परिणाम चौंकाने वाला हो सकता है, साल 2018 में सबसे अधिक भाजपा को मिली सीटें
इस बार विंध्य का परिणाम चौंकाने वाला हो सकता है, साल 2018 में सबसे अधिक भाजपा को मिली सीटें

भोपाल। 17 नवंबर को होने जा रहे मतदान के लिए सभी दलों ने अपने हिसाब से ताल ठोंकना शुरू कर दिया है। भाजपा ने काफी कुछ परिवर्तन विंध्य मे किया है दूसरी ओर कांग्रेस को मतदाताओं की नाराजगी का लाभ मिलने का उम्मीद है। कांग्रेस को इसका कितना लाभ मिल सकता है यह तो भविष्य बतायेगा लेकिन कांग्रेस की तैयारियों और रणनीति में लगता है नाराजगी भी दिखाई दे रही है।
कांग्रेस की राजनीति में अजय सिंह राहुल और कमलेश्वर पटेल, सुख्लाल कुशवाहा और नारायण् त्रिपाठी आदि ऐसे अनेक चेहरे हैं जो विंध्य की राजनीति को प्रभावित करते दिख् रहे हैं।ऐसे में दूसरी ओर गौर करें तो पूरे विंध्य को भाजपा की ओर से राजेंद्र शुक्ल ही प्रतिनिधित्व करते हैं।वधिान सभा अध्यक्ष गिरीश गौतम , केदार शुक्ला , सांसद रीतिपाठक , गिरीश् दिवेदी आदि ऐसे नाम हैं जो भाजपा की रीति नीति को जन जन तक पहुचाने का प्रयास करते हैं लेकिन कितना लाभ मिलेगा यह कहना जल्दबाजी होगी।
आप की दस्तक भी विंध्य में ही
वर्तमान में जो हालत दिख् रहा है उससे ऐसा लग रहा है कि विंध्य मे आम आदमी पार्टी भी इस बार अपना प्रभाव दिखा सकती है। दो कारण दिख् रहा है कि एक तो टिकिट वितरण को लेकर दोनो दलों में नाराजगी और सिंगरौली में आम आदमी की मौजूदगी होना। लंबे समय से बसपा भी अपनी उपस्िािति का एहसास कराती है। ऐसे मे माना जा रहा है कि इस बार आम आदमी पार्टी भी एंट्री ले सकती है।