कांग्रेस के युवराज राहुल बोले भाजपा के नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं आदिवासी बहुल क्षेत्र शहडोल की सभा में तेंदूपत्ता संग्राहको की मजदूरी बढाने का वादा
कांग्रेस के युवराज राहुल बोले भाजपा के नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं आदिवासी बहुल क्षेत्र शहडोल की सभा में तेंदूपत्ता संग्राहको की मजदूरी बढाने का वादा
भोपाल। काग्रेस के युवराज और सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को शहडोल के ब्यौहारी में भाजपा को जमकर घेरा । उन्होंने कहा कि भाजपा कभी भी आदिवासी हितैषी नहीं हो सकती । उन्होनें कहा कि भाजपा के नेता आदिवासियों पर पेशाब करते हैं। जो जानवरों को भी नहीं खिलाया जाता, वो सड़ा हुआ अनाज आपको देते हैं।’ उन्होंने जातीय जनगणना कराने की जमकर पैरवी की और कहा कि या तो हम करायेंगे या मोदी को मजबूर कर देंगे। राहुल ने कहा हमारी सरकार बनी तो पहला काम जातीय जनगणना कराने का होगा।
बता दें कि चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद राहुल गांधी का ये पहला और 10 दिन के अंदर दूसरा दौरा है। इससे पहले वे 30 सितंबर को शाजापुर जिले के कालापीपल विधानसभा क्षेत्र में जन आक्रोश रैली में शामिल होने आए थे। विंध्य क्षेत्र की 30 विधानसभा सीट में पिछली बार कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर नहीं था। 30 में से सिर्फ 6 सीट ही कांग्रेस को मिली थीं।
राहुल ने यह भी कहा –
आडवाणी जी ने अपनी किताब में लिखा है- आरएसएस और बीजेपी की सच्ची लेबोरेटरी (कारखाना) गुजरात में नहीं, मध्यप्रदेश में है। बीजेपी के इस कारखाने में मरे हुए लोगों का इलाज किया जाता है। उनका पैसा चोरी किया जाता है। मध्यप्रदेश में महाकाल कॉरिडोर में भगवान शिव से चोरी की गई। बच्चों की स्कूल यूनिफॉर्म, मिड-डे मील के पैसे की चोरी की जाती है।
व्यापमं में एक करोड़ युवाओं के भविष्य को बर्बाद किया गया। 40 लोगों की हत्या हुई। एमबीबीएस सीट बिक गईं। पटवारी बनने के लिए 15 लाख रु. की रिश्वत देना पड़ती है।
भाजपा और मोदी आदिवासी की जगह वनवासी शब्द का प्रयोग करते थे हमने आपत्ति लिया तो जुबां बदल गई
4.5 लाख जमीन के पट्टे बीजेपी सरकार ने रद्द कर दिए। ये कहते हैं कि आप आदिवासी नहीं, वनवासी हो। जमीन पर आपका हक बनता ही नहीं है। हमारी सरकार ने 3.5 लाख पट्टे आपके हवाले कर दिए थे। जोबट, डिंडौरी, मंडला में बीजेपी ने हिंसा के साथ आदिवासियों की जमीनें छीनीं।
अगर भारत सरकार 100 रुपए खर्च करती है तो ओबीसी वर्ग के अफसर सिर्फ 5 रुपए का निर्णय लेते हैं। अब आप ये बताइए कि अगर भारत सरकार 100 रुपए खर्च करती है तो आदिवासी अफसर कितने रुपए का निर्णय लेते हैं?…आदिवासी अफसर 100 रुपए में से सिर्फ 10 पैसे का निर्णय लेते हैं। आदिवासी वर्ग का इससे बड़ा अपमान नहीं होगा।
शिवराज के पास 35 दिन और बचे-कमलनाथ
मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा, ‘इस चुनाव में एक उम्मीदवार या पार्टी का फैसला नहीं होना है, मध्यप्रदेश के भविष्य का फैसला होना है। शिवराज सिंह अब 35 दिन बचे हैं। जनता आपकी कलाकारी – झूठ को पहचान चुकी है। मतदाता आपको विदा करने का इंतजार कर रहे हैं। 35 दिन में आपका दबाने, छिपाने और डराने का कार्यकाल समाप्त होने जा रहा है।’
दूसरी ओर जिले में आदिवासी वोटर की बहुलता है। इन दिनों राहुल गांधी ओबीसी और एससी – एसटी का मुद्दा लगातार उठा रहे हैं। इससे कांग्रेस को उम्मीद है कि शहडोल में इस बार उन्हें राहुल की सभा से बड़ा लाभ होगा। न सिर्फ इस जिले में बल्कि पड़ोसी जिले सीधी जहां हाल ही में पेशाब कांड हुआ था वहां और रीवा, सतना और सिंगरौली पर भी सभा का असर हाे सकता है।