कोयला घोटाले का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद – प्रहलाद पटेल बोले जिस वक्त की बात है तब मैं सांसद भी नहीं था
कोयला घोटाले का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद – प्रहलाद पटेल बोले जिस वक्त की बात है तब मैं सांसद भी नहीं था
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भोपाल। चुनाव तारीख् के एलान होने में कुछ घंटे ही शेष हैं लेकिन आरोप प्रत्यारोप जारी है। कांग्रेस नेता अजय सिंह राहुल के आरोप पर पलटवार करते हुए केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा है कि – अजय सिंह “राहुल” नरसिंहपुर गए थे। उन्होंने कहा कि प्रहलाद पटेल कोयला मंत्री थे और मैं कोयला घोटाले में शामिल था। प्रहलाद पटेल ने कहा- मैंमैं क्योंकि उम्मीदवार हूं एक कांग्रेस के नेता अजय सिंह राहुल नरसिंहपुर गए थे। वो कोयला मंत्री थे और मैं कोयला घोटाले में शामिल था। इस बात पर किसी मीडिया ने संज्ञान नहीं लिया। लेकिन, वह वीडियो मैंने देखा। मेरे छोटे भाई ने उन्हें नोटिस जारी किया है। लेकिन, तीन बातें आपके सामने कहना चाहता हूं। कि कांग्रेस तथ्यों से कितने परे रहती है।
प्रहलाद बोले- अजय सिंह पर राहुल नाम का असर
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा- अजय सिंह के साथ में जो नाम जुड़ा है “राहुल”। मुझे लगता है कि उसी राहुल नाम का इफैक्ट है कि वे इस सीमा तक चले गए। 2005 से 2009 के बीच में जो कोयला घोटाला हुआ उस पर कैग ने 2012 में सारी रिपोर्ट दी थी। सौभाग्य से मैं 2004 से लेकर 2014 तक सांसद भी नहीं था मंत्री तो दूर की बात है। ऐसी अनर्गल बातें जो तथ्य से इतनी परे हों। अगर मैं सांसद भी होता तो भी बात अलग होती। लेकिन दूसरी बात यह भी है कि मैं नैतिक मूल्यों का सिर्फ मुंह जुबानी समर्थन नहीं करता। बल्कि मुझे गर्व है कि मेरे ऊपर या मेरे खानदान में किसी के ऊपर अभी तक आर्थिक आरोप नहीं लगे हैं। इस बात का मुझे गर्व है। मैं यह मानता हूं कि राजनीति में नैतिक मूल्यों की इन बातों की चिंता करनी चाहिए।
मुफ्तखोरी पर सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप स्वागत योग्य
पटेल ने कहा हम सबके लिए सुखद दिन है। उसमें उच्चतम न्यायालय की तरफ से उसमें हस्तक्षेप हुआ। वह हस्तक्षेप स्वागत योग्य है। मैं उसका स्वागत करता हूं। चुनावी राजनीति में जिस प्रकार से सरकारी धन के दुरुपयोग की चर्चाएं होती हैं। उस पर एक विमर्श होना चाहिए। मैं इस बात से भी खुश हूं कि लोकतंत्र का वह स्तंभ जिसे न्यायपालिका कहते हैं। अगर वह संवाद को शुरू करती है। तो आने वाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था और उसकी गति और भी बेहतर होगी। हम अपने आने वाली पीढ़ी को और सुंदर भविष्य देने में सफल होंगे। चुनाव के आसपास हम अनर्गल आरोपों के बारे में ज्यादा सुनते और देखते हैं। यह प्रमाणिकता का खत्म होना आने वाली पीढ़ी के भरोसे को खत्म करेगा।