जिलाधिकारी आगरा भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की 154वी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 119वी जयंती हर्षाेल्लास के साथ मनाई गई

आगरा। जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में सत्य और अहिंसा के पुजारी राष्ट्रपिता महात्मा गॉधी जी की 154वी तथा ईमानदारी व सादगी की प्रतिमूर्ति पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की 119वी जयंती श्रद्धा, सम्मान एवं हर्षाेल्लास के वातावरण में कलेक्ट्रेट में मनायी गयी। कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी द्वारा प्रातः 9 बजे कलेक्ट्रेट के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन करते हुए पुष्प अर्पित किए।तत्पश्चात गांधी जी के प्रिय भजन रघुपति राघव राजा राम की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर कहा कि गांधी जी महान स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं वरन उच्च कोटि के दार्शनिक भी थे, उनके सत्य, अहिंसा, ट्रस्टीशिप का सिद्धांत तथा आचरण भारतीयता पर आधारित था, कोई भी राष्ट्र अपनी मूल संस्कृति तथा जड़ों का अनुसरण कर ही महान बनता है गांधी जी भी भारतीयता के मूल की बात करते थे, उनका स्वराज आधुनिक ग्राम पंचायत व्यवस्था के रूप में हमें दिखाई देता है। जिलाधिकारी ने बताया कि गांधी जी ने महिला सशक्तिकरण के लिए काम किया, एक परिवार तभी सशक्त होगा जब उस घर की महिला शसक्त होगी। जिलाधिकारी ने उपस्थित सभी अधिकारियों, कर्मचारियों का आह्वान किया कि कलेक्ट्रेट में आने वाले फरियादी इस विश्वास के साथ आते हैं कि यहां से उनकी समस्या का हल होगा, आप लोग उनसे सहुनुभूति से मिलें, उनके मददगार बनें यही गांधी जी शास्त्री जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस अवसर पर कलेक्ट्रट में आयोजित विचार गोष्ठी में उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों ने भी अपने विचार रखे। विभिन्न वक्ताओं ने बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के सिद्धान्तों एवं आदर्शों के व्यहारिक पक्ष को आत्मसात करना ही उनके प्रति हम सबकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने गांधी जी के अहिंसात्मक नेतृत्व शैली, विचारधारा, सत्यनिष्ठा, देशभक्ति एवं शास्त्री जी के आत्मबल तथा साहस पर प्रकाश डालते हुये उपस्थित लोगों से इन महापुरुषों की जीवन शैली एवं कार्यशैली से सीख लेकर उसे अपनी आदत में सुमार करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि गांधी जी और शास्त्री जी इच्छाशक्ति के धनी थे, विपरीत परिस्थितियों में भी इन महापुरूषों ने अपने धैर्य, साहस एवं आत्मबल से देश और समाज को नई दिशा देने, देश के नागरिकों में आत्मनिर्भरता का जज्बा भरने का अनुकरणीय कार्य किया है। इसीलिए आज हम सब उन्हें महापुरुष के रूप में याद करते है। विकास भवन में मुख्य विकास अधिकारी  ए.मनिकंडन जी ने गांधी, शास्त्री जयंती के अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि अपने आस पास ,शहर से निकलने वाले कूड़ा, कचरा एवं वेस्ट मटेरियल का उचित प्रबन्धन, तथा स्वच्छता के लिए गांधी जी के विचारों का अनुसरण करें, उन्होंने कहा कि  देश, मानवता एवं समाज के हर वर्ग के सच्चे विकास के प्रति गांधीजी एवं शास्त्री जी की सोच को आज के परिवेश में वर्तमान सरकार के निर्देशन और मार्गदर्शन में विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से साकार किया जा रहा है। उन्होंने विभागीय योजनाओं के माध्यम से समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए कराए जा रहे विकास कार्यों से जोड़ते हुए जनपद में हो रहे कार्यों की विकासगत रूपरेखा से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा किया। उन्होंने कहा कि जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुॅचाना और शासन की मंशा के अनुरूप समाज के अंतिम पायदान पर खड़े गरीब व्यक्ति का उत्थान करना और उसे शिक्षा, स्वास्थ्य एवं समाजिक विकास की मुख्य धारा से जोड़ना तथा महात्मा गॉधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी के सपनों का भारत का निर्माण करने में सत्यनिष्ठा के साथ अपनी-अपनी भूमिका का निर्वहन करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धाजलि होगी। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन, अजय कुमार, अपर जिलाधिकारी नागरिक आपूर्ति सुशीला अग्रवाल, अपर जिलाधिकारी प्रोटोकॉल शैरी सहित सभी कलेक्ट्रेट व विकास भवन के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button