जूनोटिक बीमारी स्क्रब होने पर तुरंत शासकीय चिकित्सक को दिखायें
जूनोटिक बीमारी स्क्रब होने पर तुरंत शासकीय चिकित्सक को दिखायें
मुरैना 26 सितम्बर 2023/सिविल सर्जन डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि जूनोटिक बीमारी स्क्रब टायफस के प्रकरण विभिन्न जिलों में दर्ज किये जा रहें है। इस बीमारी की रोकथाम किया जाना आवश्यक है। यह बीमारी बुख टाइफस नामक जीवाणु से जानी जाती है।
सिविल सर्जन डॉ. तोमर ने बताया कि यह जीवों के ऊपर रहने वाले धुन के संक्रमित लार्वा में पाया जाता है। इसके लक्षण लार्वा के चिंगर्स, लार्वा के काटने के उपरांत मनुष्य में स्क्रब टायफस बीमारी के प्रमुख लक्षण है। जिनमें बुखार, सिरदर्द, जोड़ एवं मांसपेशियों में दर्द, प्रकाश से असहनीयता, सूखी खांसी, एक सप्ताह उपरांत शरीर पर दाने, कुछ प्रकरणों में निमोनिया, मतिष्क, ज्वर एवं ह्रदय संबंधी बीमारी के लक्षण प्रकट होते है। शरीर के जिस स्थान पर संक्रमित लार्वा काटता है, उस स्थान पर दाना उठता है। जो बाद में जख्म बनकर सूखने पर काला धब्बे के समान दिखने लगता है। ऐसे लक्षण होने पर किसी शासकीय चिकित्सक को अवश्य दिखायें।