प्रदेश का यह चुनाव विकासपुरुष और विनाशपुरुष के मध्‍य होगा

प्रदेश का यह चुनाव विकासपुरुष और विनाशपुरुष के मध्‍य होगा

पूर्व किसान नेता कक्‍का जी बोले फिर होगा किसान आंदोलन
भोपाल। चुनाव से पहले एक बार फिर आंदोलन का सामना करना पड सकता है । यह आंदोलन कांग्रेस या भाजपा के पक्ष में जाएगा यह तो आने वाला समय बताएगा लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार देश की राजधानी दिल्ली को एक बार फिर से किसान के द्वारा घेराबंदी करने की तैयारी की जा रही है। लोकसभा चुनाव से पहले साल 2024 में संयुक्त किसान मोर्चा का दिल्ली में बड़ा आंदोलन हो सकता है। यह बात राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और किसान आंदोलन के संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक शिवकुमार शर्मा “कक्काजी” ने कही है ।
उन्होंने कहा 2020 से 21 तक करीब एक साल चले किसान आंदोलन के दौरान पांच बिंदुओं पर सहमति बनी थी। भारत सरकार के लेटरपेड पर पांच बिंदुओं को लिखकर दिया गया था, उस लेटर के एक भी बिंदु को केंद्र सरकार ने नहीं माना। केंद्र सरकार की वादाखिलाफी को लेकर 2024 के लिए हम एक बड़ा आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं।
किसान आंदोलन से नेता बने राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार से किसान आंदोलन के साथ ही लाड़ली बहना योजना, मप्र विधानसभा चुनाव, महिला आरक्षण बिल के मुद्दें पर भी विस्तार से चर्चा की। श्री शर्मा ने सीएम शिवराज पर निशाना साधते कहा कि शिवराज विनाश और कमलनाथ विकास पुरुष हैं। मप्र में विधानसभा चुनाव विकास पुरुष और विनाशपुरुष के बीच होने जा रहा है।
उनका कहना था कि आंदोलन के दौरान इन पांच बिंदुओं पर सहमति बनी, लेकिन एक भी नहीं मानी गई ।
देश के किसानों पर एक लाख 48 हजार मुकदमें बने है। जो सरकार वापस लेगी। एक भी मुकदमा वापस नहीं लिया गया।
बिजली बिल में कहा कि किसानों को काॅन्फिडेंस में लेंगे, बिल तो माफ कर दिया, लेकिन हमें कॉन्फिडेंस में नहीं लिया।
सी टू + 50 किसानों को समर्थन मूल्य एवं ऋण मुक्ति के लिए कमेटी बनाएंगे, कमेटी तो बनाई। लेकिन आज तक उस कमेटी में कोई निर्णय नहीं हुआ। कमेटी का हमने बॉयकाॅट किया है। कमेटी न संवैधानिक है और न कोई निर्णय मानने के लिए बाध्य है।
किसान आंदोलन के दौरान जो 750 किसान शहीद हुए प्रत्येक किसान परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और 7 लाख रुपए नगद देना था, वो भी पूरा नहीं हुआ।
शिवकुमार कक्‍का जी ने कहा कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में विकास किया है। केवल 15 महीने की सरकार में कमलनाथ ने 14 हजार करोड़ रुपए किसानों का कर्जा माफ किया। कुछ जिले के किसानों को पहली किस्त आ गई थी। दूसरी किस्त भी आनी थी, लेकिन सरकार बदलने के बाद नहीं आ पाई। शिवराज सिंह चौहान की सरकार आई तो 84 लाख किसान डिफाल्डर हो गए।
लाड़ली बहनों की चिंता चुनाव के समय क्यों?
श्री शर्मा ने कहा प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की सरकार प्रदेश में 18 माह से है। फिर लाड़ली बहनों की चिंता चुनाव के समय क्यों? सरकार माता-बहनों को वोट बैंक का जरिया समझ रही है। लाड़ली बहनों को एक हजार रुपए प्रति महीना दे रहे और प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे। महिला आरक्षण बिल का स्वागत
केंद्र सरकार ने महिला आरक्षण बिल लेकर आई। हम उसका स्वागत करते हैं। देश की आधी आबादी महिलाओं की है। महिलाओं की तरक्की रुकी हुई है, ये बिल आने से महिलाओं को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।

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