राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित
राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित

महाकौशल में सैनिको को प्रेरित किया था क्रांति में भाग लेने के लिए – सीएम
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वर्ष 1857 के अमर बलिदानी स्वतंत्रता सेनानी राजा शंकर शाह-रघुनाथ शाह के बलिदान दिवस पर उन्हें नमन किया। शंकर शाह के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने जबलपुर पहुंचे सीएम शिवराज ने मंच से घोषणा की है कि जबलपुर में मदन महल के पहाड़ पर 100 करोड रुपए की लागत से रानी दुर्गावती का स्मारक बनाया जाएगा। 5 अक्टूबर को मैं फिर जबलपुर आऊंगा, तब धूमधाम से जनशताब्दी मनाई जाएगी। आदिवासियों के लिए पिछली बार की गई 14 घोषणा हमने अमल में लाई। सीएम ने कहा कि अंग्रेजों ने गरीबों को शिक्षा से रोकने के लिए उन पर अंग्रेजियत थोपी थी। डॉक्टरी और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में करके हमने क्रांतिकारी फैसला किया। सरकारी स्कूल के बच्चों के लिए मेडिकल की पढ़ाई में 5% सीट रिजर्व रहेगी। हमने पेशा एक्ट लागू करके जल जंगल जमीन का अधिकार दिया है।सीएम ने यह भी कहा कि राजा शंकर शाह के बलिदान दिवस पर हर साल कार्यक्रम किया जाएगा और यह शासन स्तर पर आयोजित होगा।
बलिदान बनी दावानल –
राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह की गिरफ्तारी से सैनिकों और जनता में आक्रोश बढ़ गया। तुरंत डिप्टी कमिश्नर और दो अंग्रेज अधिकारियों की एक औपचारिक सैनिक अदालत बैठायी गयी और देश द्रोही कविता लिखने के जुर्म में राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह को 18 सितम्बर 1857 को मृत्यु-दण्ड दिया गया। राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह के बलिदान से क्रांति की आग दावानल बन गई।