अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद ईको चालक मौके से फरार गया। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। मृतक का पुत्र प्रदीप यादव मथुरा सदर थाने में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है। मृतक के भाई विमल कुमार ने अज्ञात ईको चालक के विरुद्ध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना प्रभारी प्रदीप कुमार का कहना है कि हादसे की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। फरार चालक को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद ईको चालक मौके से फरार गया। पुलिस ने मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम कराया है। मृतक का पुत्र प्रदीप यादव मथुरा सदर थाने में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है। मृतक के भाई विमल कुमार ने अज्ञात ईको चालक के विरुद्ध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। थाना प्रभारी प्रदीप कुमार का कहना है कि हादसे की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। फरार चालक को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर ट्रांसपोर्ट की सुविधा देने के लिए प्रदेश के 17 नगर निगमों समेत 19 शहरों में ई-बसें चलाने जा रही हैं। यह बसें पीएम ई-बस सेवा योजना के तहत चलाई जाएंगी। नगर विकास विभाग इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है और जल्द ही उच्च स्तर से मंजूरी के बाद इसे केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। बड़े शहरों में 150-150, मध्यम शहरों में 100-100 और छोटे शहरों में 50-50 बसें चलाए जाने की योजना है।

केंद्र सरकार की फेम इंडिया योजना के तहत प्रदेश के 14 शहरों में मौजूदा समय छोटी एसी ई-बसें चलाई जा रही हैं। फेस-दो में करीब 300 बसें और ली जानी थीं, लेकिन इस बीच केंद्र सरकार ने पीएम ई-बस सेवा का शुभारंभ कर दिया है। इसके चलते फेम इंडिया फेस-दो में अब नई बसें नहीं खरीदने पर मंथन चल रहा है। नगर विकास विभाग अब पीएम ई-बस सेवा में नई बसों की मांग करेगा। सूत्रों का कहना है कि इसके लिए उच्च स्तर पर पहले चरण की बातचीत हो चुकी है। इसके आधार पर प्रस्ताव बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

सूत्रों के मुताबिक प्रस्ताव के जरिए नगर विकास विभाग इन बसों की चरणवार मांग करेगा, जिससे केंद्र से बसें मिलती रहें। हर चरण में इन शहरों को 10 से 15 बसें दी जाएंगी और एक से दो साल के अंदर सभी बसें इन शहरों को उपलब्ध करा दी जाएंगी। इन बसों के रख-रखाव और चार्जिंग के लिए भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है, जिससे खराब होने की स्थिति में ठीक किया जा सके व जरूरत के आधार पर चार्जिंग होती रहे।

लखनऊ, कानपुर व गाजियाबाद में चलेंगी सर्वधिक बसें

शासन स्तर पर तैयार किए जा रहे प्रस्ताव के मुताबिक, बड़े शहरों खासकर लखनऊ, कानपुर और गाजियाबाद में 150-150 और नई बसें चलाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। आगरा, झांसी, वाराणसी, मेरठ, प्रयागराज, बरेली, अलीगढ़, मुरादाबाद, गोरखपुर, फिरोजाबाद व गौतमबुद्धनगर में 100-100 बसें चलाए जाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा अयोध्या, शाहजहांपुर, मथुरा, रामपुर व सहारनपुर में 50-50 बसें चलाने की योजना है। 

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