भारत गौरव यात्रा ट्रेन में 40 यात्री फूड पॉइजनिंग के शिकार

चेन्नई से पुणे आ रहे थे
पुणे। भारत गौरव यात्रा ट्रेन में मंगलवार देर रात 40 यात्रियों ने खाने के बाद उल्टी-दस्त की शिकायत की। रात 9 बजे यात्रियों ने खाना खाया। इसके बाद कुछ लोग असहज महसूस करने लगे। उन्हें उल्टी-दस्त होने लगी। इसकी शिकायत ट्रेन में मौजूद स्टाफ से की गई। पुणे रेल डिवीजन के पीआरओ रामदास भिसे ने बताया कि प्राइवेट पार्टी ने ट्रेन चेन्नई से गुजरात के पालिताना के लिए बुक की थी। इसमें लगभग 1 हजार यात्री थे। देर रात हमें शिकायत मिली कि कई पैसेंजर्स को उल्टी-दस्त और चक्कर आ रहे हैं। इसके बाद रेलवे अस्पताल के डॉक्टरों के साथ-साथ 40 लोगों की टीम उपचार के लिए भेजी गई थी।
भिसे ने बताया कि ट्रेन के पुणे स्टेशन पहुंचने के बाद सभी पैसेंजर्स को प्लेटफॉर्म पर उतारकर इलाज किया गया। किसी भी यात्री को अस्पताल में भर्ती नहीं कराना पड़ा। उपचार के बाद सभी यात्रियों के साथ ट्रेन लगभग 12.30 बजे पुणे स्टेशन से रवाना हुई।
घटना को लेकर एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- भारत गौरव टूरिस्ट ट्रेन में चिंताजनक घटना सामने आई है। ट्रेन के 40 यात्रियों को फूड पॉइजनिंग का शिकार होना पड़ा। अगर रेलवे की तरफ से यात्रियों को खाना दिया गया था तो इसकी जांच जरूरी है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से आग्रह है कि वे इस मामले को पूरी गंभीरता से देखें।
सुले के पोस्ट पर सेंट्रल रेलवे ने जवाब देते हुए लिखा- पैसेंजर्स ने प्राइवेट फूड कॉन्ट्रैक्टर से खाना मंगवाया था। रेलवे या आईआरसीटीसी स्टाफ ने खाना सप्लाई नहीं किया था। मामले की जानकारी मिलने के फौरन बाद पुणे रेलवे स्टेशन पर देर रात रेलवे और प्राइवेट हेल्थ एजेंसी के 40 स्टाफ ने सभी यात्रियों की जांच की। सभी की हालत स्थिर होने के बाद उन्हें प्राइवेट अस्पताल में रेफर कर दिया गया।