सिविल अस्पताल सबलगढ़ में विश्व रेबीज दिवस का आयोजन किया
सिविल अस्पताल सबलगढ़ में विश्व रेबीज दिवस का आयोजन किया
मुरैना 28 सितम्बर 2023/सिविल अस्पताल सबलगढ़ में मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीर सिंह खरे की उपस्थिति में विश्व रेबीज दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें डॉक्टर वीर सिंह खरे ने बताया कि दुनिया भर में हर साल रेबीज से 59,000 मौतें होती हैं, जिनमें हर 10 में से 4 मौतें बच्चों की होती हैं। 99 प्रतिशत प्रकरण में बीमारी कुत्ते के काटने से होती है।
डॉ. खरे ने बताया कि कुत्ते, बिल्लिया, भेड़िया, सियार, नेवला और बंदर भारत में रेबीज फैलाने वाले महत्वपूर्ण जानवर हैं। उन्होंने यह भी बताया कि रेबीज वायरस से होने वाली बीमारी है। रेबीज वायरस मनुष्य के मस्तिष्क को प्रभावित करता है। रेबीज का संक्रमण सामान्यतः कुत्ते के काटने से मनुष्य में फैलता है, रेबीज की बीमारी ज्यादातर प्रकरणों में रेबीज वायरस से संक्रमित कुत्ते की लार या खरोंच से होती है। 5 से 15 वर्ष आयु के बच्चों को रेबीज होने का खतरा सबसे अधिक होता है। इसके अलावा इससे बचने के उपाय भी बताए। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के उपयोग से रेबीज को रोका जा सकता है। रेबीज एक जानलेवा बीमारी है, जिसका बचाव टीकाकरण से पूर्णतः संभव है। मनुष्यों में रेबीज बीमारी की रोकथाम के लिए ध्यान में रखना चाहिए।रेबीज के जोखिम से बचने के लिए उन जानवरों से दूर रहे, जिन्हें यह बीमारी हो सकती है। आवारा कुत्तों और बिल्लियों को परेशान ना करें या चिढ़ाएं नहीं। पालतू जानवरों के संपर्क में आने के बाद हाथ साबुन से जरूर धोएं। यदि आप रेबीज फैलाने वाले जानवरों की जगहों पर अक्सर आते जाते हैं तो आपको रेबीज वैक्सीन लगवानी चाहिए। पालतू जानवरों का टीकाकरण करवाए ताकि आप और आपका परिवार सुरक्षित रहें। अगर कुत्ता काट ले तो घाव को साबुन, पानी से धोएं एवं नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक से संपर्क करें।