शनि परिक्रमा साढ़े 5 किलोमीटर की बनेगी मुरैना 20 सितम्बर 2023/शनि मंदिर पर श्रद्धालुओं को रूकने, बैठने में असुविधा न हो, इसलिये शनि मंदिर पर 49 लाख रूपये की लागत से शनि धर्मशाला के ऊपर के हिस्से में शेड का निर्माण किया जा रहा है। शनि मंदिर पर चल रहे निर्माण कार्यो की गुणवत्ता में कमी नहीं होना चाहिये।शनि परिक्रमा साढ़े 5 किलोमीटर की बनेगी। इस संबंध में कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने बुधवार को शनि सभागार में आयोजित बैठक के दौरान अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये। इस अवसर पर डीएफओ श्री स्वरूप दीक्षित, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. इच्छित गढ़पाले, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री श्री सुमन, एसडीएम मुरैना श्री बीएस कुशवाह, खनिज अधिकारी श्री सुखदेव निर्मल, एसडीओ फॉरेस्ट, पीएचई के कार्यपालन यंत्री श्री एस.एल. बाथम, जनपद सीईओ मुरैना उपस्थित थे। कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने कहा है कि आगामी 13 एवं 14 अक्टूबर को शनि मंदिर पर भव्य मेले का आयोजन किया जायेगा। जिसमें लाखों की संख्या में दर्शानार्थी उपस्थित होंगे। इसलिये शेड का निर्माण कार्य अच्छी क्वालिटी का समय-सीमा में पूर्ण हो जाये। उन्होंने कहा कि शनि मंदिर पर भव्य रूप प्रदान करने के लिये शनि परिक्रमा मार्ग का प्लान तैयार किया गया है। यह परिक्रमा मार्ग साढ़े 5 किलोमीटर की होगी। परिक्रमा मार्ग में प्रतिक्षालय, शेड, बैठक व्यवस्था, पेयजल, सुलभ शौचालय तथा ग्रीनरी को ध्यान में रखते हुये उच्च क्वालिटी के पेड़-पौधे लगाये जायेंगे। इस संबंध में कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्था करने के सुझाव दिये।
शनि परिक्रमा साढ़े 5 किलोमीटर की बनेगी मुरैना 20 सितम्बर 2023/शनि मंदिर पर श्रद्धालुओं को रूकने, बैठने में असुविधा न हो, इसलिये शनि मंदिर पर 49 लाख रूपये की लागत से शनि धर्मशाला के ऊपर के हिस्से में शेड का निर्माण किया जा रहा है। शनि मंदिर पर चल रहे निर्माण कार्यो की गुणवत्ता में कमी नहीं होना चाहिये।शनि परिक्रमा साढ़े 5 किलोमीटर की बनेगी। इस संबंध में कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने बुधवार को शनि सभागार में आयोजित बैठक के दौरान अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये। इस अवसर पर डीएफओ श्री स्वरूप दीक्षित, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. इच्छित गढ़पाले, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री श्री सुमन, एसडीएम मुरैना श्री बीएस कुशवाह, खनिज अधिकारी श्री सुखदेव निर्मल, एसडीओ फॉरेस्ट, पीएचई के कार्यपालन यंत्री श्री एस.एल. बाथम, जनपद सीईओ मुरैना उपस्थित थे। कलेक्टर श्री अंकित अस्थाना ने कहा है कि आगामी 13 एवं 14 अक्टूबर को शनि मंदिर पर भव्य मेले का आयोजन किया जायेगा। जिसमें लाखों की संख्या में दर्शानार्थी उपस्थित होंगे। इसलिये शेड का निर्माण कार्य अच्छी क्वालिटी का समय-सीमा में पूर्ण हो जाये। उन्होंने कहा कि शनि मंदिर पर भव्य रूप प्रदान करने के लिये शनि परिक्रमा मार्ग का प्लान तैयार किया गया है। यह परिक्रमा मार्ग साढ़े 5 किलोमीटर की होगी। परिक्रमा मार्ग में प्रतिक्षालय, शेड, बैठक व्यवस्था, पेयजल, सुलभ शौचालय तथा ग्रीनरी को ध्यान में रखते हुये उच्च क्वालिटी के पेड़-पौधे लगाये जायेंगे। इस संबंध में कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्था करने के सुझाव दिये।
जयपुर, 19 सितंबर। विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों के खर्च की सीमा 28 लाख रूपये से बढ़ाकर अब 40 लाख रूपये कर दी गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 2018 में राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्येक उम्मीदवार की चुनावी खर्च की सीमा 28 लाख रूपये थी। कोविड महामारी के समय वर्ष 2020 में इसे बढ़ाकर 30 लाख 18 हजार रूपये कर दिया गया। 2022 में भारत निर्वाचन आयोग द्वारा यह सीमा बढ़ाकर 40 लाख रूपये कर दी गयी है।
श्री गुप्ता ने बताया कि उम्मीदवार को निर्वाचन व्यय का सार विवरण जिला निर्वाचन अधिकारी को जमा कराना अनवार्य होता है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उम्मीदवार के चुनाव व्यय में कुछ मद अनुमत किये गये हैं एवं कुछ अनुमत नहीं किये गये हैं।
जनसभाएं, रैली-जुलूस, बैनर व अन्य प्रचार सामग्री पर व्यय अनुमत किया गया है। साथ ही केबल नेटवर्क, बल्क एसएमएस, सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार और प्रिन्ट तथा इलेक्ट्रोनिक मीडिया के विज्ञापनों पर व्यय भी अनुमत है। वर्चुअल प्रचार अभियान पर होने वाले व्यय का भी ब्यौरा प्रत्याशाी द्वारा दिया जाता है। अभ्यर्थियों द्वारा प्रयुक्त वाहनों पर होने वाले व्यय के साथ सभाओं और रैलियों में उपयोग की जा रही सामग्री, साउंड सिस्टम आदि के खर्च का भी ब्यौरा दिया जाता है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री गुप्ता ने बताया कि राजनैतिक दलों एवं प्रत्याशियों द्वारा चुनावी खर्च हेतु विभिन्न वस्तुओं एवं सेवाओं की दरों का निर्धारण जिला स्तर पर जिला निर्वाचन अधिकारी की अध्यक्षता में किया जाता है।
श्री गुप्ता ने बताया कि निर्धारित सीमा से अधिक चुनावी व्यय अनुमत नहीं किया जाता है एवं जिला स्तर पर एवं मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय स्तर पर सभी प्रत्याशियों द्वारा किये जा रहे व्यय की पड़ताल निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार की जाती है। लोकतंत्र में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने की दिशा में चुनाव व्यय पर नियंत्रण महत्वपूर्ण कदम है।