दो दिवसीय शैक्षिक सम्मेलन में शिक्षा में भारतीय मूल्यों के ह्रास पर हुई चर्चा
दौसा। आरपीएससी शिक्षक फोरम के दो दिवसीय शैक्षिक सम्मेलन का समापन राजकीय प्राथमिक विद्यालय मालियान में हुआ। इस अवसर पर मुख्य वक्ता एपीसी (समसा ) रंग लाल मीणा ने कहा कि भारतीय संस्कृति और शिक्षा के महत्व को देखते हुए वर्तमान शिक्षा में भारतीय मूल्यों के ह्रास पर विस्तृत चर्चा हुई।
इस दौरान शिक्षकों से हमारी संस्कृति और हमारी विरासत को संजोए रखने तथा उसमें भारतीयता को बढ़ावा देने का तथा शिक्षकों के अधिकारों के साथ कर्तव्य का दायित्व बोध कराते हुए पूर्ण मनोयोग योग से शिक्षण कार्य करवाने का आह्वान किया। जिला अध्यक्ष प्रहलाद फाटक्या व जिला संयोजक कैलाश शर्मा ने संगठन की गतिविधियों से अवगत कराते हुए सभी को संगठन में अपनी महती भागीदारी निभाने की अपील की। उन्होंने शिक्षक समस्याओं के समाधान के लिए सदैव तत्पर रहने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि किसी भी संगठन की मजबूती और व्यापकता के लिए उस संगठन के सदस्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फोरम के जिला प्रवक्ता अभय सक्सैना ने कहा कि फोरम छात्र केंद्रित मंच है जो व्यक्ति निर्माण का कार्य करता है। समाज को सही दिशा प्रदान करना हमारा प्रमुख उद्देश्य रहता है। बालकों में प्रेम, दया, करुणा, सहनशीलता, सेवा और संस्कारों के बीजारोपण में फोरम की विशेष भूमिका रहती है। बालकों में मानवीय मूल्यों की स्थापना से संस्कारवान भारत के निर्माण में सहयोगी बनें, ऐसे प्रयास सभी शिक्षको को मिलकर करने चाहिए।
सम्मेलन का समापन टोड़ीपाडा हरिजन मोहल्ले में नारी शक्ति को एपीसी रंगलाल मीणा द्वारा मतदाता जागरूकता की शपथ के साथ किया गया। इस अवसर पर फोरम के पदाधिकारी जिला मंत्री घनश्याम चौबदार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कालूराम मालपुरिया, मीडिया प्रभारी जितेंद्र सैनी, कमलेश हरियाणा, अनिल शर्मा, कृष्ण अवतार शर्मा, राजेंद्र गुप्ता, सुरेश चंद्र सैनी, विष्णु शर्मा, विनोद सिंह, गीता सैन, गायत्री सैन सहित बड़ी संख्या में शिक्षक व अभिभावक उपस्थित थे।