दाता बंदी छोड़ दिवस पर महान कीर्तन समागम में आस्था का सैलाब
आगरा। केंद्रीय तौर पर हर साल की तरह इस वर्ष भी गुरुद्वारा गुरु का बाग मधु नगर आगरा पर छठम पातशाही मीरी पीरी के मालिक गुरु हरगोविंद साहिब जी को मुख रखते हुवे बडे श्रद्धा सत्कार के साथ दाता बंदी छोड़ दिवस दो दिवसीय महान कीर्तन समागम की आरम्भता पाठ श्री रहिरास साहिब जी के साथ गुरु रामदास साहिब जी की नगरी से आये पंथ के प्रसिद्ध कीर्तनी जत्था भाई कमलजीत सिंह श्री दरबार साहिब अमृतसर वालो द्वारा गुरु का अमृतरूपी धन गुरवाणी शब्द कीर्तन की अमोलक वर्षा 1,पंज प्याले पंज पीर छठम पीर बैठा गुर भारी 2,वाह गुरु तेरा सब सदका 3,सतगुरु होवै दयाल ता श्रद्धा पूरय 4, सतगुरु बंदी छोड़ है। हजुरी रागी भाई मेजर सिंह ने संगतों की कीर्तन से निहाल किया कथा वाचक भाई सरबजीत सिंह हेड प्रचारक धर्म प्रचार कमेटी श्री दरबार साहिब वाले संगतो को छठवीं पातशाही गुरु हरगोविंद साहिब जी ने ग्वालियर के किले में कैद 52 राजाओं को जहाँगीर की की कैद से मुक्ति दिलाई गुरु महाराज जी के दरबार साहिब अमृतसर पहुँचने पर सिख धर्म के अनुयायी दीवाली का त्योहार उत्साह से मनाते हैं। दाता बंदी छोड़ दिवस उपमा का वर्णन कीर्तन कथा द्वारा गुरु रूप संगतों को निहाल किया भव्य सजे धन धन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के आगे पंक्तिबद्ध होकर शीश नवाया संगतों द्वारा बोले सो निहाल सतश्री अकाल के जयकारों की गूंज से गुंजायमान हुवा ज्ञानी रविंद्र पाल सिंह द्वारा गुरु की अरदास हुक्मनामा गुरु महाराज जी की सवारी जी को अपने निज स्थान सचखंड पहुचाकर सभी धर्म प्रेमियों ने गुरु का अटूट लंगर पाया। गुरद्वारा गुरु का ताल के संत बाबा प्रीतम सिंह जी का विशेष सहयोग दूसरे दीवान 8,10,2023 रविवार सुबह 7:30 से दोपहर 2:00 तक दीवान सजेंगे। मुख्य सेवादार प्रधान अरजिंदर पाल सिंह, जयमल सिंह, नरेंद्र सिंह लालिया, गुरु सेवक श्याम भोजवानी, गुरविंदर सिंह, मलकीत सिंह, राजवीर सिंह, हरपाल सिंह,मेहर,एकप्रीत सिंह सोबती जसप्रीत सिंह, जगजीत सिंह, सतनाम सिंह लालिया,अमरजीत सिंह वाधवा,रणजीत सिंह,जनरैल सिंह,शंटी ओबेरॉय, रणजीत सिंह, सुरजीत सिंह, किशन सिंह आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।