जिला चिकित्सालय में विश्व रैबीज दिवस पर आयोजित की गई कार्यशाला
जिला चिकित्सालय में विश्व रैबीज दिवस पर आयोजित की गई कार्यशाला
मुरैना 30 सितम्बर 2023/जिला अस्पताल मुरैना में विश्व रैबीज दिवस की कार्यशालाआयोजित की गयी। अस्पताल में कुल 74 मरीजों को रैबीज का टीका लगाया गया। कार्यशाला में सिविल सर्जन डॉ. जी.एस तोमर, कार्यक्रम नोडल अधिकारी डॉ महेंद्रयादव, अस्पताल सहायक प्रबंधक श्री रवीन्द्र प्रजापति, डिप्टी मीडिया अधिकारी श्रीमती रामलली माहौर उपस्थित थीं।
सिविल सर्जन डॉ. जी. एस तोमर ने बताया कि विश्व रैबीज दिवस “हर साल 28सितंबर को मनाया जाता है। रेबीज उन्मूलन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिये जन समुदाय कोरेबीज के विषय पर जागरूकता प्रदाय करने, रेबीज से होने वाली बीमारी एवं मृत्यु को कमकरने के लिये प्रत्येक वर्ष 28 सितम्बर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2023में विश्व रेबीज दिवस के उपलक्ष्य में 29 सितम्बर 2023 से 7 अक्टूबर 2023 तकविश्व रेबीज पखवाड़ा की विविध गतिविधियों संचालित की जाती है।वर्ष 2023 मेंविश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा 17वें विश्व रेबीज दिवस की थीम पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सिविल सर्जन डॉ. तोमर ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति को कुत्ते, बिल्ली, बंदर ने काट लेते है, तो उस जगह को 10 से 15 मिनट के लिए पानी साबुन से साफ करें। उसके बाद बिनादेर किए डॉक्टर के पास जाकर इलाज करवाएं। डॉक्टर की सलाह बिना इलाज न करें।जख्म पर लाल मिर्ची लगाने या घरेलु उपचार की कोशिश नहीं करें, वैक्सिन लगवाएं।
इस तरह करता है प्रभावित
विशेषज्ञों के अनुसार रैबीज वायरस व्यक्ति के नर्वस सिस्टम में पहुंचकर दिमाग में सूजन पैदा करते हैं। जिसकी वजह से व्यक्ति कोमा में चलाजाता है या उसकी मौत हो जाती है। इसके अलावा यह वायरस, मानव त्वचा या मांसपेशियों के संपर्क में आने के बाद रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क की ओर प्रसारित होजाता है। इस वायरस के मस्तिष्क में पहुंचने के बाद इसके लक्षण और संकेत संक्रमितव्यक्ति में दिखाई देने लगते हैं।जिले की समस्त जिला अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन उपलब्ध है। चिकित्सक सेपरामर्श के बाद वैक्सिन लगवाएं।