जयपुरिया हॉस्पिटल में ढाई घंटे सर्वर डाउन रहा 1 हजार से ज्यादा मरीज बिना इलाज लौटे
जयपुर। राजधानी जयपुर के जयपुरिया हॉस्पिटल मरीजों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही। कभी जांच मशीनें खराब तो कभी कोई और समस्या। बुधवार को हॉस्पिटल में सर्वर डाउन हो गया, जिसके कारण मरीज और उनके परिजनों को ओपीडी और जांच के लिए पर्ची कटवाने का इंतजार करते रहे। करीब ढाई घंटे सर्वर बंद रहने के कारण हॉस्पिटल से करीब 1 हजार से ज्यादा मरीज बिना इलाज करवाए लौट गए। जयपुरिया हॉस्पिटल में सुबह करीब 10 बजे सर्वर बंद हुआ, जो दोपहर 12.30 बजे तक ठीक नहीं हुआ। यहां हर रोज औसतन 3 हजार से ज्यादा मरीज ओपीडी में दिखाने आते हैं। मंगलवार को सरकारी छुट्टी होने के बाद बुधवार को मरीजों की संख्या सामान्य दिनों के मुकाबले ज्यादा थी। डॉक्टर को दिखाने के बाद मरीज जांच करवाने के लिए पर्ची कटवाने काउंटर पर पहुंचे तो सर्वर खराब हो गया। सर्वर नहीं चलने से ओपीडी और आईपीडी दोनों ही मरीजों को परेशानी हुई। जांच और ओपीडी की पर्चियां नहीं कटने से सारा कामकाज ठप हो गया। हजारों मरीज लाइन में लगे रहे और सर्वर शुरू होने का इंतजार करते रहे। काफी देर तक जब सर्वर शुरू नहीं हुआ तो कई मरीज बिना डॉक्टर को दिखाए और जांच करवाए ही लौट गए। सबसे ज्यादा परेशानी इमरजेंसी के मरीजों को रही। उनके भी जांच के बिल नहीं कट सके। दोपहर 12.30 बजे सर्वर शुरू होने के बाद मरीजों के बिल काटने की प्रक्रिया शुरू हुई। इस बीच सैकड़ों मरीज बिना इलाज करवाए हॉस्पिटल से चले गए। अक्टूबर से ओपीडी का समय बदलने के कारण 3 बजे तक ही डॉक्टर देखते हैं। ओपीडी की पर्ची और जांच की पर्चियां भी 1 बजे तक ही कटती है। सबसे ज्यादा मरीजों की भीड़ सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक ही रहती है और इसी बीच सर्वर बंद रहा। हॉस्पिटल के सुपरिटेंडेंट डॉक्टर महेश मंगल ने बताया कि सर्वर में परेशानी एनआईसी की तरफ से ही आई, जिसके कारण मरीजों को परेशानी हुई। हमने फिर भी मरीजों को मैन्युअली ओपीडी पर्ची कटवाकर डॉक्टरों को दिखवाने के लिए भेजा, ताकि मरीजों की परेशानी को कम किया जा सके। इसके साथ ही हमने सर्वर शुरू होने के बाद ओपीडी में पर्ची बनाने के समय को करीब 1 घंटा तक बढ़ा दिया। सामान्य दिनों में ओपीडी पर्ची 1 बजे तक बनाई जाती है, लेकिन आज 2 बजे तक इसे जारी रखा।