कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय में तीन दिवसीय ‘कानोड़िया फिएस्टा 2023Ó का शुभांरभ
जयपुर। कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर में तीन दिवसीय ”कानोड़िया फिएस्टा 2023Ó का शुभांरभ महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल एवं उप-प्राचार्य (वाणिज्य) डॉ. सुनीता माथुर, उप-प्राचार्य (विज्ञान) डॉ. रंजना अग्रवाल द्वारा 30 अक्टूबर, 2023 को किया गया। फिएस्टा का आयोजन उद्यमिता क्लब, सुकृति-आर्ट एवं क्राफ्ट क्लब एवं उद्यमिता विकास केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इसमें क्लब की ही छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रकार के हस्तनिर्मित उत्पाद साज-सज्जा का सामान, मोमबत्तियाँ, चॉकलेट, ज्वैलरी, टैक्सटाइल आइटम्स, ऑर्गेनिक दिवाली डेकोर, मेहन्दी, नेल आर्ट एवं फूड आइटम्स एवं अन्य कई स्टाल्स लगाई गई। ये तीनों क्लब छात्राओं को कौशल-प्रशिक्षण देने के साथ-साथ अपनी रचनात्मक कला को प्रदर्शित करने का मंच उपलब्ध कराते हैं तथा आत्मनिर्भर बनने के लिए छात्राओं को प्रोत्साहित करते है। ‘कानोड़िया फिएस्टा 2023Ó में महाविद्यालय की 80 छात्राओं ने 40 स्टाल्स लगाकर अपनी उद्यमिता कुशलता एवं रचनात्मकता को प्रदर्शित किया। स्टाल्स में से प्रत्येक दिन दो स्टाल को ‘स्टाल ऑफ द डेÓ की शीर्षक उपाधि दी गई। क्लब संयोजिका डॉ. विष्णु प्रिया टेमाणी एवं डॉ. प्रियंका खुराना ने बताया कि फिएस्टा में भाग लेने वाली छात्राओं को उद्यमिता कौशल कला जैसे कास्ट मैंनेजमेंट, मार्केटिंग स्किल्स, उपभोक्ता संतुष्टि आदि का अनुभव मिला। सभी प्राध्यापिकाओं ने फिएस्टा का अवलोकन कर छात्राओं का उत्साहवर्धन किया।
साइंटिफिक राइटिंग पर छात्राओं के लिए हुई कार्यशाला
कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग द्वारा साइंटिफिक राइटिंग: टाइप्स एण्ड सिगनिफ़िकेंस विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
व्याख्यान की मुख्य वक्ता प्रो. बिंदु शर्मा, राजस्थान विश्वविद्यालय ने छात्राओं को राईटिंग के प्रकारों के बारे में जानकारी दी एवं छात्राओं को शोध-पत्र के प्रारूप और सामग्री के बारे में जागरूक कराया और उन्हें इसे प्रभावशाली तरीके से लिखने के लिये प्रेरित किया।
महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने छात्राओं को इस तरह की गतिविधियों में निरंतर भाग लेने के लिये प्रोत्साहित किया। उप-प्राचार्य (विज्ञान) डॉ. रंजना अग्रवाल ने मुख्यवक्ता का स्वागत किया। व्याख्यान में डॉ. नीतिका माथुर, डॉ. मीनाक्षी फर्त्याल, डॉ. साक्षी सिंह एवं डॉ. नीतू महावर की सक्रिय भागीदारी रही। विभाग की लगभग 60 से अधिक छात्राओं ने भाग लिया।