ओवरटेक के चक्कर में बस ने खड़े ट्रॉले में मारी टक्कर, ४ की मौत १८ घायल
सांवलियाजी और शनि देव के दर्शन करने जा रहे थे
प्रतापगढ़। राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में शनिवार को भीषण हादसा हो गया. इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई. जबकि, 18 लोग घायल हो गए. हादसा उस वक्त हुआ जब उनकी तेज रफ्तार बस ने ओवरटेक के चक्कर में खड़े ट्रॉले में टक्कर मार दी. हादसा कचोटिया गांव में हुआ. यह सभी लोग अमावस्या के चलते सांवलियाजी और शनि देव के दर्शन करने जा रहे थे. हादसा होते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई. ग्रामीणों की मदद से घायलों को मदद मिली. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस और आला अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया. कई अधिकारियों ने घायलों से अस्पताल में मुलाकात भी की। गौरतलब है कि सुहागपुरा पंचायत समिति क्षेत्र के लांबाडाबरा और कटारो का खेड़ा गांव के 41 लोग 14 अक्टूबर को अल सुबह सांवलियाजी और शनि देव के दर्शन करने के लिए निकले. उनकी बस गांव से कुछ ही दूर चलने के बाद नेशनल हाईवे-56 पर पहुंच गई. बस के ड्राइवर ने एक गाड़ी को ओवरटेक करने की कोशिश की. लेकिन, तेज रफ्तार बस ओवरटेक के चक्कर में सड़क पर खड़े खराब ट्रॉले से टकरा गई. हादसा इतना भीषण था कि बस का अगला हिस्सा पूरी तरह खत्म हो गया. लोगों की चीख-पुकार मच गई. उनकी आवाज आसपास के इलाकों में दूर तक गूंज गई। तेज आवाज सुनकर आसपास रहने वाले लोग तुरंत मौके पर पहुंचे. उन्होंने बस से घायल यात्रियों को निकालना शुरू किया. इनमें से किसी ने प्रतापगढ़ पुलिस को भी हादसे की सूचना दे दी. हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची. बस से लोगों को निकालने के बाद पता चला कि चार लोगों की मौत हो चुकी है. पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने पंचनामा कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। दूसरी ओर, हादसे की सूचना मिलते ही कलेक्टर डॉ इंद्रजीत यादव और एसपी अमित कुमार भी जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने घायलों के हाल-चाल जाना. गांव के सरपंच जीवनलाल ने बताया कि सुबह करीब साढ़े 4 बजे वे अपने गांव से 41 लोगों के साथ शनि अमावस्या के अवसर पर सांवलिया जी और शनि देव के दर्शन करने के लिए रवाना हुए थे. उसी दौरान बीच में यह हादसा हो गया. अस्पताल में घायलों को देखने के लिए बड़ी संख्या में गांव से पहुंचे उनके परिजनों का जमावड़ा लग गया. इसके मद्देनजर यहां पुलिस सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए।