चंबल नदी पांटून पुल मरम्मत कार्य पर वन विभाग फिर बना रोड़ा रोक
आगरा/ पिनाहट। उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश को आवागमन को पीडब्ल्यूडी विभाग आगरा द्वारा ससर्त पांटून पुल को बनाया जाता है। 15 अक्टूबर के बाद पुल बनाने का कार्य जैसे तैसे पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा शुरू कराया था। मगर मध्य प्रदेश वन विभाग ने समस्या खड़ी कर दी थी। मध्य प्रदेश सीमा में चंबल नदी किनारे पांटून पुल की रंगाई पुताई सहित मरम्मत कार्य को बीते दिनों वन विभाग कर्मचारियों ने रुकवा दिया था किसी तरह पुल का कार्य शुरू किया गया और पुल को जल्द बनने के लिए पीडी ठेकेदार द्वारा 10 नए पीपे पर भी मांगे गए। धीरे-धीरे चंबल नदी घाट पर पांटून पुल अपना आकार लेने लगा था। मरम्मत कर चल रहा था ठेकेदार के मुताबिक दीपावली से पहले ही पुल को चालू किए जाने का प्रयास जारी था। मगर पुल बनने में अब उत्तर प्रदेश वन विभाग रोडा बन गया है। अनुमति नहीं होने के चलते शुक्रवार को उत्तर प्रदेश सीमा में वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा पांटून पुल कार्य को रुकवा दिया है।पुल मरम्मत कार्य रुकने अब इसे बनने में समय लग सकता है। अनुमति आने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। जिसके चलते उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश दोनों सीमा के लोगों के समस्या खड़ी हो गई है। पुल निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी ठेकेदार द्वारा शुक्रवार को 10 नए पीपे पर और दर्जन भर से अधिक नए गार्डर मंनाए गए थे। ताकि दीपावली से पहले पुल को चालू किया जाए और बटेश्वर मेला पर बटेश्वर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े मगर वन विभाग रोड़ा बन गया है जिसके चलते लोगों को और परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसी संदर्भ में रेंजर चंबल सेंचुरी बाह उदयवीर सिसोदिया का कहना है कि कार्य नहीं रोका गया है। वन विभाग और पीडब्ल्यूडी विभाग का सशक्त रेवेन्यू जमा होता है उसके कागजात मांगे गए हैं बातचीत की गई है। पुल बनने के लिए पीडब्ल्यूडी कर्मचारी ठेकेदारों से कागजात उपस्थित करने के लिए कहा गया है।पुल कर रुकवाने का कोई मामला नहीं है।