‘उल्टा चोर कोतवाल को डांटे’: घर में सोया था चोर, मालिक पहुंचा तो पूछा तुम कौन?

'उल्टा चोर कोतवाल को डांटे': घर में सोया था चोर, मालिक पहुंचा तो पूछा तुम कौन?

इसे कहते हैं उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। हुआ कुछ यूं… नौबस्ता के कृष्णविहार के बंद घर में बुधवार रात को तीन चोर घुसे। दो चोर तो सामान लेकर निकल गए। तीसरा ज्यादा नशे में होने के कारण वहीं सो गया। सुबह मकान मालिक पहुंचे और उसे घर में सोता देख उठाया। चोर उन्हीं से भिड़ गया। मालिक से ही सवाल दागा कि तुम कौन? मेरे घर में कैसे घुस आए? चोर के ये सवाल सुनकर मालिक ने उसे दो थप्पड़ जड़े तो उसका नशा उतरा। इसके बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर उसे व उसके एक और साथी को पकड़कर जेल भेज दिया।

गल्ले का व्यापार करने वाले इंद्रकुमार तिवारी की शिक्षामित्र पत्नी मनीषा को मुंह का कैंसर था। सोमवार को उनका देहांत हो गया। शव का अंतिम संस्कार करने के बाद इंद्रकुमार दो बेटियों सोनी, मोनी के साथ घर पर ताला डालकर पैतृक गांव पतारा तिलसड़ा चले गए थे। बुधवार देर रात तीन चोर उनके घर का ताला तोड़कर अंदर घुसे। दो चोर करीब डेढ़ लाख के गहने, नकदी लेकर फरार हो गए, लेकिन तीसरा चोर दयालपुरम निवासी दीपक शुक्ला अधिक नशे में होने के कारण घर में ही निर्वस्त्र होकर सो गया। पड़ोस में रहने वाले कमलेश कुमार ने बताया कि सुबह करीब 5:30 बजे देखा कि इंद्रकुमार के घर के बाहर ताला नहीं लगा था।

सोचा कि देर रात परिवार गांव से लौट आया होगा। सुबह करीब नौ बजे पीछे वाली गली में रहने वालीं इंद्रकुमार की साली निशा का बेटा रामजी पौधों को पानी देने पहुंचा तो ताला खुला देखा। अंदर से बंद गेट न खुलने पर वह कमलेश के घर से फांदकर अंदर पहुंचा तो किचन में चोर सोता मिला। निशा तिवारी के अनुसार रामजी ने जब उसे जगाया तो वह रामजी से बोला तुम घर में कैसे घुस आए। मेरी बेटी प्रीति, बेटा विपिन कहां हैं।

कुछ देर बाद नींद उचटने पर अपने भाई अखिलेश को फोन कर बुलाने की मिन्नतें करने लगा। इस बीच लोगों ने पुलिस को फोन कर दिया, जो उसे अपने साथ पुलिस चौकी ले गए। चोरी की रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने पूछताछ के बाद दूसरे चोर हनुमंत विहार निवासी उत्कर्ष उर्फ सोनू पांडेय को भी गिरफ्तार कर लिया। तीसरे चोर सुनीत तिवारी की तलाश की जा रही है। नौबस्ता थाना प्रभारी के अनुसार तीनों नशेबाज हैं। दीपक के अधिक नशे में होने के कारण दोनों उसे वहीं छोड़कर चले गए थे।

भाई बोला… मेरा कोई लेनादेना नहीं, जेल भेज दो
निशा तिवारी के अनुसार चोर के कहने पर उसके भाई अखिलेश को फोन कराया तो उसने बताया कि वह कभी पुताई तो कभी मजदूरी करके घूमता रहता है। पूर्व में भी कई बार चोरी करते पकड़ा जा चुका है। वह कई बार पुलिस की मिन्नतें करके उसे छुड़वा चुका है। अब नहीं छुड़वाएगा। जेल भेज दो, बोलकर फोन काट दिया।

पहले किया शांतिभंग में चालान, मिली फटकार तो भेजा जेल
घर से पकड़े गए चोर का हंसपुरम चौकी इंचार्ज प्रदीप कुमार ने पहले शांतिभंग में चालान कर दिया। इसके बाद निजी मुचलके पर छोड़ दिया। मीडिया में मामला आया तो नौबस्ता थाना प्रभारी जगदीश पांडेय ने चौकी इंचार्ज को फटकार लगाई तब दीपक को दोबारा गिरफ्तार किया। हालांकि, थाना प्रभारी चालान की बात से बाद में मुकर गए।

चोर खुद को कभी बताता शिक्षक तो कभी बताता मजदूर
गल्ला व्यापारी के घर में सोते हुए पकड़ा गया चोर पुलिस को घंटों गुमराह करता रहा। वो कभी खुद को गणित का शिक्षक बताता तो कभी मजदूर और कभी पेंटर बताता रहा। पुलिस के अनुसार चोरी के आरोपी दीपक ने अपने तीसरे साथी का नाम गलत बताया था। उसके संबंध में जानकारी की जा रही है। तीसरे चोर का नाम उसने सुनील तिवारी बताया था, जो पुलिस की जांच में एक पूजा पाठ करने वाला पंडित निकला। पुलिस अब दूसरे चोर से पूछताछ कर माल बरामद करने का प्रयास कर रही है।

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