नैनो यूरिया से की जा रही गेहूं की फसल क्षेत्र के लिये बनी मिसाल

नैनो यूरिया से की जा रही गेहूं की फसल क्षेत्र के लिये बनी मिसाल

सबलगढ़ विकासखण्ड के ग्राम उधनपुर निवासी कृषक श्री दीपेश त्यागी ने नैनो यूरिया से की जा रही गेहूं की फसल से आसपास गांव के किसान देखने के लिये तांता लगा रहे है। ग्राम उधनपुर निवासी कृषक श्री दीपेश त्यागी ने कहा कि हर वर्ष यूरिया और डीएपी के कट्टे डालकर गेहूं की खेती परंपरागत करते आ रहे थे। जैसे पुरखे कर रहे थे, वैसे ही हम लोग कर रहे थे।

किन्तु इफको द्वारा पिछले वर्ष कैम्प के माध्यम से नैनो यूरिया (बोतल वाला) की सलाह दी गई, जिसमें बताया गया कि नैनो यूरिया बोतल खाद से पौधे की मजबूती, हरी पत्तियां एवं बीज में चमक अधिक आती है तथा मंडी में भी उच्च दामों में गेहूं का विक्रय होता है।

मैंने इफको की बात मान ली और अपने खेत में श्रीराम सुपर 5-एसआर-05 गेहूं की फसल नैनो, डीएपी से बीज उपचार कर बोई। जिसमें थोड़ा सा मैंने डीएपी का भी उपयोग किया। मेरी फसल इतनी अच्छी हरी-भरी होने लगी कि आसपास के गांव में मेरे खेत में बोया गया गेहूं एक मिसाल बन गया।

श्री दीपेश त्यागी बताते है कि भला हो कृषि विभाग का जिनके माध्यम से मुझे इफको विभाग से संपर्क हुआ और उन्होंने नैनो यूरिया की सलाह दी। मैंने उनकी सलाह के अनुसार अपने खेत में गेहूं की फसल बोई है और मुझे उम्मीद है कि मुझे उम्मीद से ज्यादा उत्पादन प्राप्त होगा। मैं इफको कंपनी को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे अच्छा उत्पादन करने के लिये प्रेरित किया।

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