संतोषपुर विद्यालय सबलगढ़ विकासखण्ड में बना आकर्षण का केन्द्र

संतोषपुर विद्यालय सबलगढ़ विकासखण्ड में बना आकर्षण का केन्द्र

सबलगढ़ विकासखण्ड से लगभग 10 किलोमीटर दूर शासकीय प्राथमिक विद्यालय संतोषपुर सबलगढ़ विकासखण्ड में आकर्षण का केन्द्र बन गया है। उस गांव के बच्चे प्राइवेट विद्यालय में नहीं, शासकीय विद्यालय में पढ़ने के लिये जाते है। ग्राम संतोषपुर के ग्रामीणों ने बताया कि शासकीय प्राथमिक विद्यालय संतोषपुर में बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा के साथ-साथ खेल-कूद गतिविधियों पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है।

इस विद्यालय में शिक्षक भी नियमित छात्रों को ज्ञानवर्धक संदेश देते है। संतोषपुर विद्यालय पूरे सबलगढ़ विकासखण्ड की ग्राम पंचायतों के लिये सिरमौर बन गया है। यह विद्यालय एक आदर्श स्कूल के रूप में जाना जा रहा है। स्कूल के हर कमरे में लेख, चित्र, पोस्टर एवं ज्ञानवर्धक संदेश लिखवाये गये है, विद्यार्थी कक्षा के बाहर जूते-चप्पल उतारकर विद्या भवन में प्रार्थना करके पढ़ाई शुरू करते है।

इसके साथ ही बच्चों को पुरातत्व स्थलों पर भी भ्रमण कराया जाता है, ताकि उन्हें ऐतिहासिक जानकारी समृद्ध बनाया जा सके। बच्चे प्रातः विद्यालय के समय पर उपस्थित होकर अपरान्ह 4ः30 बजे तक पढ़ते है। उन्हें गिनती, पहाड़े के अलावा किताबी ज्ञान बहुत अच्छा हो रहा है। विद्यालय में स्वच्छता, शौचालय पर भी विशेष ध्यान रखा जाता है। बच्चों को पोष्टिक पोषण आहार भी दिया जाता है।

खेल गतिविधियां, ड्रॉइंग विधि, पेड़-पौधे, रेल पेटिंग या अन्य जल संरचना जैसा ज्ञान भी बच्चों को दिया जाता है। बच्चे भी विद्यालय में जाने के लिये तत्पर रहते है। विद्यालय में 37 बच्चे पंजीकृत है, जिसमें दो शिक्षक नियुक्त है। प्रतिदिन बच्चों की उपस्थिति 80 से 82 प्रतिशत रहती है। इसलिये ग्रामीण लोग प्राइवेट स्कूल में नहीं, शासकीय स्कूल में दाखिला बच्चों का कराते है।

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