अटल स‍दन के लोकार्पण अवसर पर सीएम ने दिये निगम को 50 करोड़ सीएम पहुंचे राम मंदिर , इंदौर-उज्जैन के लिए कई योजनाओं की घोषणाएं जल्द

अटल स‍दन के लोकार्पण अवसर पर सीएम ने दिये निगम को 50 करोड़ सीएम पहुंचे राम मंदिर , इंदौर-उज्जैन के लिए कई योजनाओं की घोषणाएं जल्द

भोपाल। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को नगर निगम में बने निगम परिषद सभागृह ‘अटल सदन’ का लोकार्पण किया। यह सभागृह लोकसभा सदन की तर्ज पर बनाया गया है। इस शुभारंभ अवसर पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इतना सुंदर भवन देखकर लग रहा है कि वापस विधायक से पार्षद बन जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इंदौर और उज्जैन में अब कोई अंतर नहीं रह गया है। दोनों शहरों के बीच चल रही कई योजनाओं से ये अब और करीब आएंगे। सीएम ने कहा कि इंदौर-उज्जैन के लिए और भी योजनाओं की घोषणा जल्द होगी। इसके लिए थोड़ा इंतजार अच्छा है। सीएम ने इंदौर नगर निगम को 50 करोड़ रुपए देने की घोषणा भी की।

नए भवन में 120 लोगों के बैठने की क्षमता है। इसके साथ ही भविष्य में 180 सीटों की क्षमता का किया जा सकता है। इसमें तीन विजिटर्स लॉबी हैं। यह सभागृह डिजिटल सेंट्रलाइज मॉनटरिंग बेस्ड है। इसके बनने से निगम की अब हल साल लाखों रुपयों की बचत होगी। अभी परिषद की बैठकें ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित की जाती रही हैं। इस दौरान एक आयोजन में निगम के करीब 10 लाख रु. खर्च होते हैं। इस तरह सालभर में 50-60 लाख रु. खर्च होते हैं। अब नया सभा गृह बनने से निगम को परेशानी नहीं होगी।

इंदौर के तालाब अच्छे होते तो उज्जैन का भला हो जाता- सीएम
2 फरवरी को वर्ल्ड वेटलैंड डे के अवसर पर सीएम डॉ. मोहन यादव इंदौर के सिरपुर रामसर साइट पर पहुंचे। यहां उन्होंने बैटरी कार से तालाब का निरीक्षण किया और यहां संचालित हो रहीं अनेक परियोनाओं के बारे में जानकारी ली।

सीएम डॉ. यादव ने अपने भाषण में कहा कि इंदौर के तालाब बहुत सुंदर और जीवनदायी हैं। हम नदी, पहाड़ों में ईश्वर का वास मानते हैं। हर पौधे में प्राण हैं यही हमारी धारणा है। हम देश को माता स्वरूप मानते हैं। वसुधैव कुटुम्बकम के मंत्र को फॉलो करते हैं। यदि इंदौर के तालाब अच्छे होते तो उज्जैन का अपने आप भला हो जाता।

भारत से बहुत कुछ सीखने की जरूरत – मुसोंदा
रामसर सचिवालय की महासचिव डॉ. मुसोन्दा मुम्बा ने कहा मैं इंदौर आकर बहुत खुश हूं। मैं पहली बार भारत आई हूं। मैं भारत सरकार को 80 रामसर साइट की बधाई देती हूं। रामसर साइट और पर्यावरण की कई बातें दुनिया को भारत से सीखना चाहिए। हमने कल यशवंत सागर भी देखा। यहां हमने देखा कि कैसे उस समय राजवंश ने यशवंत सागर से पीने का पानी सप्लाया किया जा रहा था। यह आश्चर्यजनक है। डॉ. मुम्बा ने नमस्ते से भाषण शुरू किया और धन्यवाद देकर भाषण खत्म किया।

संरक्षण की जिम्‍मेदारी सभी की है – मंत्री
नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि सभी को संकल्प लेना होगा कि सरकार ने इस रामसर साइट को बना दिया लेकिन इसके संरक्षण की जिम्मेदारी हमारी सबकी है। यहां चोरी न हो, यहां ज्यादा से ज्यादा लोग पहुंचें ऐसे प्रयार करना चाहिए।

Back to top button