लीक नहीं हुआ नीट यूजी का क्वेश्चन पेपर, NTA ने सोशल मीडिया पर दी प्रतिक्रिया
लीक नहीं हुआ नीट यूजी का क्वेश्चन पेपर, NTA ने सोशल मीडिया पर दी प्रतिक्रिया
NTA ने रविवार 5 मई 2024 को आयोजित की गई मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG 2024 का प्रश्न-पत्र सोशल मीडिया वायरल होने के दावों का खण्डन करते हुए एक प्रेस-विज्ञप्ति आज यानी सोमवार 6 मई को जारी की एजेंसी की तरफ से कहा गया है कि विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहे क्वेश्चन पेपर के फोटोग्राफ का परीक्षा के वास्तविक प्रश्न-पत्र से कोई सम्बन्ध नहीं है।
राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) ने रविवार, 5 मई 2024 को आयोजित की गई मेडिकल प्रवेश परीक्षा NEET UG 2024 का प्रश्न-पत्र सोशल मीडिया वायरल होने के दावों का खण्डन किया है। एजेंसी द्वारा आज यानी सोमवार, 6 मई को जारी प्रेस-विज्ञप्ति के अनुसार विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहे क्वेश्चन पेपर के फोटोग्राफ का परीक्षा के वास्तविक प्रश्न-पत्र से कोई सम्बन्ध नहीं है। बता दें कि रविवार को हुई परीक्षा के बाद से कई यूजर्स ने सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए परीक्षा से पहले क्वेश्चन पेपर लीक होने के दावे लगातार किए जा रहे।
NTA की वरिष्ठ निदेशक डॉ. साधना पराशर ने कहा कि परीक्षाओं के लिए एजेंसी के सुरक्षा इंतजाम और SOPs को देखते हुए सोशल मीडिया पर NEET UG 2024 पेपर लीक होने के दावे पूरी तरह से निराधार हैं और इनमें कोई सच्चाई नहीं है। परीक्षा में इस्तेमाल किए गए हर प्रश्न-पत्र को लेखाबद्ध किया गया था। सभी परीक्षा केंद्रों के गेट बंद होने के बाद किसी भी बाहरी व्यक्ति को परीक्षा कक्षों में प्रवेश नहीं दिया है, जिन पर CCTV से निगरानी भी की जा रही थी।
इसके अतिरिक्त डॉ. साधना ने बताया कि NTA द्वारा अनुचित साधन प्रयोग (UFM) के मामलों की पहचान करने के लिए हर परीक्षा के बाद प्राप्त सूचनाओं की विश्लेषण किया जाता है। UFM के मामले में निर्धारित नियमों के अनुसार कदम उठाए जाते हैं, जिनमें उम्मीदवारी रद्द किए जाने और भविष्य की परीक्षाओं से प्रतिबंधित किए जाने के प्रावधान हैं।
देश भर के मेडिकल, डेंटल, आयुष और नर्सिंग कॉलेजों में संचालित होने वाले विभिन्न बैचलर डिग्री कोर्सेस (MBBS, BDS, BAMS, BHMC, BYNS, BSMS, BSc Nursing) में इस साल दाखिले के लिए NTA ने NEET UG 2024 का सफलतापूर्व आयोजन किया। एजेंसी ने इस परीक्षा के लिए पंजीकृत 24 लाख से अधिक स्टूडेंट्स के लिए देश और विदेशों के कुल 571 शहरों में 4750 परीक्षा केंद्र बनाए थे। कुल पंजीकृत अभ्यर्थियों में 10 लाख से अधिक छात्र और 13 लाख से अधिक छात्राएं हैं।