यूनिवर्सल फ्लू वैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू
यूनिवर्सल फ्लू वैक्सीन का मानव परीक्षण शुरू

बेंगलुरु। यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) ने कहा कि उसने इन्फ्लूएंजा वायरस के छह उपभेदों को लक्षित करने वाले अपने प्रायोगिक टीके पर प्रारंभिक चरण का अध्ययन शुरू कर दिया है। इन्फ्लूएंजा ए वायरस और इन्फ्लूएंजा बी वायरस के दो उपभेदों के बारे में स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा, वैक्सीन उम्मीदवार फ्लुमोस-वी2 को चार उपभेदों के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। एनआईएच का हिस्सा, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज (एनआईएआईडी) के कार्यवाहक निदेशक ह्यू औचिनक्लॉस ने कहा, नैदानिक परीक्षण के जरिए हम उस लक्ष्य के करीब एक और कदम बढ़ाते हैं।
एनआईएच ने कहा कि अध्ययन में 18 से 50 वर्ष की आयु के 24 स्वस्थ स्वयंसेवकों को नामांकित करने की उम्मीद है, जिन्हें 16 सप्ताह के अंतराल पर फ्लूमोस-वी2 के दो इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन मिलेंगे। फ्लूमोस-वी2 को एनआईएआईडी के वैक्सीन रिसर्च सेंटर के शोधकर्ताओं द्वारा डिजाइन किया गया है। कोविड वैक्सीन निर्माता मॉडर्ना ने बुधवार को कहा कि उसके फ्लू वैक्सीन ने अंतिम चरण के परीक्षण में पारंपरिक फ्लू शॉट्स की तुलना में इन्फ्लूएंजा वायरस के सभी चार ए और बी उपभेदों के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न की है।