सभी अपनी आभा आईडी अवश्य बनबाए – सिविल सर्जन डॉ. तोमर

सभी अपनी आभा आईडी अवश्य बनबाए - सिविल सर्जन डॉ. तोमर

मुरैना 19 जनवरी 2024/आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सिविल सर्जन डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर ने बताया है, ईलाज के मामले में अब मरीज व उनके परिजन को ईलाज के पर्चे व जांच रिपोर्ट साथ ले जाने की जरूरत नहीं होगी। नई व्यवस्था में मरीज आधार कार्ड के माध्यम से आभा आईडी बनवा लेता है तो वह जिला अस्पताल का पर्चा अपने मोबाइल फोन से खुद जनरेट कर सकेगा।

इन दिनों मरीजों की आधार कार्ड के माध्यम से आभा आईडी तैयार की जा रही है। जगह-जगह आभा क्यूआर कोड भी लगाए गए हैं। मरीज को ओपीडी काउंटर पर जाकर अपना आधार कार्ड और उसमें रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर देना होगा। कम्प्यूटर ऑपरेटर उसकी आभा आईडी तैयार करेगा, तुरंत उसके एंड्रायड मोबाइल फोन में एप डाउनलोड कराकर उसका तुरंत रजिस्ट्रेशन करा देगा।

क्यूआर कोड स्कैन करते ही मरीज की डिटेल तुरंत पर्चे पर भर जाएगी और काउंटर पर वह अपनी बीमारी बताकर एवं निर्धारित फीस देकर संबंधित डॉक्टर की ओपीडी का पर्चा प्राप्त कर सकेगा।

सिविल सर्जन डॉ. तोमर ने बताया कि जिला अस्पताल में पर्चा बनवाने के लिए अब लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए दो काम करने होंगे, पहला अपने आधार कार्ड से जिला अस्पताल में आभा आईडी बनवानी होगी। दूसरा जिला अस्पताल का क्यूआर कोड अपने मोबाइल में स्कैन कर सुरक्षित रखना होगा।

इसके बाद जब भी जरूरत पड़े अस्पातल में ईलाज के लिए घर बैठे ही अपना रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। इसके बाद जैसे ही ओपीडी काउंटर पर पहुंचेगे, तत्काल पर्चा मिल जाएगा। यही नहीं इसके बाद प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पातल में ईलाज कराने जाएंगे, पूर्व ईलाज का पूरा ब्यौरा ऑनलाइन मिल जाएगा।

जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 800 से अधिक मरीज आते है। एक मरीज से जानकारी लेकर उसका पर्चा बनवाने में मरीजों को मिलेगी। जॉच और डॉक्टर्स के पर्चे से निजात और मरीजों को लम्बी कतार नहीं लगानी पड़ेगी। आर.एम.ओ. डॉ. सुरेन्द्र सिंह गुर्जर ने आमजन से अपील की है कि सभी अपनी आभा आईडी अवश्य बनबाए। डिप्टी मीडिया ऑफिसर श्रीमती रामलली माहौर ने जिला चिकित्सालय में आने वाले महिला, पुरुषों को प्रचार-प्रसार कर जानकारी दी।

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