दिव्यांग हरीसिंह शाक्य को जनसुनवाई में मिली ट्रायस्किल

दिव्यांग हरीसिंह शाक्य को जनसुनवाई में मिली ट्रायस्किल

मुरैना 23 जनवरी 2024/जौरा तहसील के गांव मई निवासी हरी सिंह पुत्र हरिप्रसाद शाक्य चलने-फिरने में बहुत परेशान थे। क्योंकि बचपन में ही उनके पैरो ने काम करना बंद कर दिया था। उन्हें स्वास्थ्य विभाग ने दिव्यांगता का भी प्रमाण-पत्र जारी कर दिया था।
हरिसिंह शाक्य परिवार की आर्थिक तंगी के कारण ट्रायस्किल नहीं खरीद पा रहा था।

उसकी इच्छा तो होती थी, कि मैं भी परिवार के अन्य सदस्यों की तरह शादी, विवाह सहित अन्य उत्सव कार्यक्रमों में सहभागी बनूं। किन्तु उसके पैर जबाव दे चुके थे, चलना-फिरना उसके लिये नासूर बन गया था।

मैं बार-बार अपने परिवार के लोगों से कहता था, कि मुझे एक ट्रायस्किल दिलवा दो। किन्तु आर्थिक तंगी के कारण वे भी मेरी बात को तबज्जो नहीं देते थे। मैंने मन बना लिया, कि आज मैं जनसुनवाई में जाकर कलेक्टर से ही मिलूंगा, शायद कोई मेरे लिये ट्रायस्किल का जरिया बन जाये।

हरीसिंह शाक्य ने बताया कि मैंने आवेदन जनसुनवाई में प्राप्त किया। संयुक्त कलेक्टर और डिप्टी कलेक्टर द्वय सामने बैठे हुये थे। उन्होंने मेरे आवेदन को पढ़ते ही निर्णय लिया कि सामाजिक न्याय विभाग आज और अभी ही दिव्यांग हरीसिंह शाक्य को ट्रायस्किल उपलब्ध करायें। उस समय मानो मेरे अंदर की खुशी इतनी हो गई, कि मैं बखान नहीं कर सका और ट्रायस्किल पाकर मैं गदगद हो गया और दूरभाष पर ही अपने परिजनों को ट्रायस्किल मिलने की खुशी का इजहार किया।

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