आंध्र के किसानों को फसल बचाने की कठिन चुनौती
आंध्र के किसानों को फसल बचाने की कठिन चुनौती
नई दिल्ली/हैदराबाद। चक्रवात मिचौंग के आज आंध्र प्रदेश तट पर पहुंचने के कारण भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। आंध्र प्रदेश में किसान फसल हानि को रोकने के लिए खेतों में पड़े अपने कटे हुए धान को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर रहे हैं। किसानों को कम समय में धान को काटने और सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने की चुनौती का सामना करना पड़ा। उन्हें कटी हुई फसलों को चावल मिलों और अन्य इमारतों में स्थानांतरित करते हुए देखा जा सकता है।
राज्य सरकार ने भी किसानों से धान की कटाई कुछ दिनों के लिए टालने का आग्रह किया है। तमिलनाडु में बारिश की तबाही मचाने के बाद चक्रवात मिचौंग आज आंध्र प्रदेश तट पर बापटला के पास पहुंचा। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने अधिकारियों को जान-माल के नुकसान से बचने के लिए तूफान को एक बड़ी चुनौती के रूप में लेने का निर्देश दिया है। रेड्डी ने अधिकारियों को किसानों से गीला धान खरीदने का निर्देश दिया और चक्रवात कम होने के तुरंत बाद फसल के नुकसान की गणना करने को कहा। तमिलनाडु में बारिश की तबाही मचाने के बाद चक्रवात मिचौंग आज आंध्र प्रदेश तट पर बापटला के पास पहुंचा। भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने चेतावनी दी कि तटीय आंध्र प्रदेश के शहरों और कस्बों में अत्यधिक भारी और यहां तक कि असाधारण रूप से भारी (30-40 सेमी) वर्षा होगी।