मुंबई, नवी मुंबई एयरपोर्ट प्रबंधन पर ​शिकंजा, बही-खातों की जांच शुरू

मुंबई, नवी मुंबई एयरपोर्ट प्रबंधन पर ​शिकंजा, बही-खातों की जांच शुरू

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने अडानी समूह द्वारा संचालित मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड और एमआईएएल द्वारा बनाए जा रहे नवी मुंबई हवाई अड्डे के बही-खातों की जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय ने 2017-18 से 2021-22 के बीच की जानकारी मांगी है।

दरअसल, अदानी समूह ने जुलाई 2021 में मुंबई हवाई अड्डा और नवी मुंबई हवाई अड्डे का अधिग्रहण कर लिया था। शुक्रवार को बीएसई पर एक नियामक फाइलिंग में अदानी एंटरप्राइजेज ने कहा, “एमआईएएल और नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एनएमआईएएल), अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की स्टेपडाउन सहायक कंपनियां हैं।”) को लेखा पुस्तकों और अन्य पुस्तकों और कागजात की जांच शुरू करने के संबंध में कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के क्षेत्रीय निदेशक, दक्षिण पूर्व क्षेत्र, हैदराबाद के कार्यालय से 6 अक्टूबर 2023 का कंपनी अधिनियम 2013 की धारा 210(1) के संदर्भ में मेल (12 अक्टूबर 2023 को) प्राप्त हुआ है। इसमें कहा गया है कि हम स्पष्ट करना चाहेंगे कि कंपनी द्वारा एमआईएएल और एनएमआईएएल का अधिग्रहण वर्ष वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान पूरा किया गया था, उपरोक्त मेल के माध्यम से मांगी गई जानकारी/दस्तावेजों का महत्वपूर्ण हिस्सा 2017-18 से शुरू होने वाली पूर्व अवधि से संबंधित है। फाइलिंग में कहा गया है कि एमआईएएल और एनएमआईएएल लागू कानूनी प्रावधानों के अनुसार उक्त संचार का जवाब देंगे।

अडानी ग्रुप की MIAL में 74% हिस्सेदारी होगी, जिससे उसे नवी मुंबई हवाई अड्डे को विकसित करने का अधिकार मिलेगा, जिसमें पिछले प्रमोटर, GVK ग्रुप की पूरी 50.5% हिस्सेदारी शामिल है। MIAL में शेष 26% भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के पास रहेगा। अडानी समूह 7 शहरों में हवाई अड्डे चलाता है और आगामी नवी मुंबई हवाई अड्डे का निर्माण कर रहा है।

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