पीएससी चयनित अधिकारियों को सीएम ने बताया कि सेवा कार्य में अहंकार ना पालें; समझाया कि- गनीमत है कि सिंगरौली एसडीएम को सस्पेंड नहीं किया
पीएससी चयनित अधिकारियों को सीएम ने बताया कि सेवा कार्य में अहंकार ना पालें; समझाया कि- गनीमत है कि सिंगरौली एसडीएम को सस्पेंड नहीं किया
भोपाल ।राजधानी भोपाल के रवींद्र भवन में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में प्रदेश के सीएम डा मोहन यादव ने मध्यप्रदेश सिविल सेवा परीक्षा 2019 एवं 2020 में चयनित 559 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया । इस कार्यक्रम के दौरान चयनित अधिकारियों ने सीएम मोहन यादव से कुछ सवाल किए जिसके जवाब में सीएम ने उदाहरण के जरिये सेवा की महत्ता को समझाया ।
सीएम ने कहा कि सिंगरौली जिले की चितरंगी तहसील के एसडीएम को गनीमत है कि केवल हटा दिया है सस्पेंड नहीं किया है। दरअसल सेवक को अपनी सेवा के दौरान अहंकार नही करना चाहिए । खासतौर पर सार्वजनिक स्थान या ऐसी जगहों पर । अपनी बात को आगे बढाते हुए सीएम ने कहा आज में कार्यक्रम में आने से पहले बड़ा निर्णय लेकर आ रहा हूं। सिंगरौली एसडीएम , महिला से जूते के लैस बंधवा रहे थे। मैने उन्हें हटा दिया है। गनीमत है कि उन्हें सस्पेंड नहीं किया।
बता दें कि एक नव नियुक्त महिला अधिकारी ने सीएम से पूछा पब्लिक डीलिंग केसे करें? सीएम ने कहा हमारे द्वारा किया गया काम हमारी गरिमा बढ़ाने वाला होना चाहिए। जाने-अनजाने में हमसे गलती न हो यह प्रयास होना चाहिए। हम परमात्मा नहीं कि हमसे गलती नही होगी। लेकिन, हमारा इंटेंशन गलत नहीं होना चाहिए। हमारा उद्देश्य सही होना चाहिए। कई बार हमें विभाग का अहंकार भी हो जाता है। हम जहां से आए हैं उन जड़ों को न काट दें। हम अधिकारी बन गए तो अहंकार न पालें। हमने अपने जीवन में बहुत हासिल कर लिया।
• सीएम ने दिया सिंगरोली का उदाहरण
‘मैं आज का उदाहरण देता हूं मैं अभी एक कठोर निर्णय लेकर आया हूं। हमने कल एक चित्र देखा कि एक एसडीएम साहब अपने जूते के फीते एक महिला से बंधवा रहे थ। मुझे मालूम है कि उसे महिला के बांधने का भाव अपने साहब के प्रति कोई खराब नहीं हो सकता। यह भी पता चला कि उन एसडीएम साहब के पैर में कोई चोट है। यह उनकी व्यक्तिगत बात हो सकती है।
लेकिन पब्लिकली इसका चित्र क्या बनेगा यह उनसे कौन पूछने जाएगा कि वह बीमार है या नहीं है। हमारा तो इंपैक्ट पूरे समाज पर आएगा। हमने कहा भले ही बीमार हैं या तो आप छुट्टी पर चले जाते तो आपको किसने रोका है। लेकिन अगर आपने पब्लिकली अपने लैस बंधवाई तो हम तो अपने दिन के कार्यक्रम की शुरुआत ऐसे ही करते हैं। कैसे यह बर्दाश्त कर सकते हैं।