प्रदेश को कृषि कर्मठ अवार्ड मिलने में सबसे बड़ा योगदान सिंचाई का है – कृषि मंत्री श्री कंषाना
प्रदेश को कृषि कर्मठ अवार्ड मिलने में सबसे बड़ा योगदान सिंचाई का है - कृषि मंत्री श्री कंषाना
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट के मुख्य आतिथ्य और कृषि मंत्री श्री कंसाना के विशेष आतिथ्य में भोपाल में अभियंताओं का 2023-24 का सम्मान समारोह आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव श्री राजेश राजौरा, सचिव श्री कृष्ण गोपाल तिवारी, इएनसी श्री शिशिर कुशवाह भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अभियंताओं को प्रशस्ति पत्र और पुरुस्कार राशि से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जल संसाधन मंत्री ने कहा की यह सम्मान वास्तव में प्रधानमंत्री श्री मोदी के सपनो को पूरा करने के प्रयासों का सम्मान है। प्रदेश के किसानों को सशक्त करने का सम्मान है। प्रदेश से गरीबी, भूख को खत्म करने का सम्मान है। किसानों के आत्म सम्मान को बढ़ाने का सम्मान है। वर्ष 2016 के बाद यह सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
मंत्री श्री सिलावट ने कहा की जल संसाधन विभाग एक परिवार है, जो किसानों के लिए काम करता है, उनको सिंचाई के लिए पानी और पेयजल उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। जगह-जगह डैम बनाकर वर्षा के पानी को संरक्षित और संरक्षण कर उसको जन उपयोगी बनाने के लिए कार्य योजना बनाता है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि 2025 तक कुल 65 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता विकसित करना है और 2047 तक प्रदेश में संपूर्ण कृषि क्षेत्र में पानी पहुंचाने के लक्ष्य पर काम कर रहा है।
विगत तीन वर्षों में 5 लाख हेक्टेयर से अधिक नवीन सिंचाई क्षमता विकसित की है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व और मार्गदर्शन में आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 तक हमे 100 प्रतिशत सिंचाई के लक्ष्य को प्राप्त करना है। विभाग के अधिकारी अपने पूर्व के रिकार्ड तोड़े और क्षमता से अधिक काम करते हुए, देश में सर्वाधिक सिंचाई क्षमता विकसित करने को अपना लक्ष्य बनाए।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री ऐदल सिंह कंषाना ने अभियंताओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश को लगातार वर्षों से कृषि कर्मण अवार्ड मिल रहा है, इसमें सबसे महत्वपूर्ण योगदान जल संसाधन विभाग को जाता है। कृषि विभाग और किसानों को आप सब पर गर्व है। आप किसानों के लिए बांध, नहर, बनाते है। जिससे किसानों को अपनी फसल के लिए पानी उपलब्ध होता, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है। आज इस सम्मान समारोह में सम्मिलित होकर मैं स्वयं को गौरांवित महसूस कर रहा हूं।
समारोह में अभियंता विकास राजोरिया, शुभांकर विश्वास को मोहनपुरा कुंडलियां परियोजना में उत्कृष्ट कार्य के लिए राज्य स्तरीय 1 लाख का पुरुस्कार दिया गया। तवा परियोजना से क्षमता से अधिक क्षेत्र में सिंचाई करने के लिए मुख्य अभियंता अनिल पिपरे, अधीक्षण यंत्री श्री राजाराम मीना को राज्य स्तरीय 50-50 हजार का पुरुस्कार मिला। इसी प्रकार अन्य अभियंताओं को 25 हजार की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। समारोह में जल संसाधन विभाग के कुल 45 अभियंताओं को उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।