आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्षा ने राजकीय संप्रेक्षण गृह, किशोर, आगरा का किया औचक निरीक्षण

आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्षा ने राजकीय संप्रेक्षण गृह, किशोर, आगरा का किया औचक निरीक्षण

आगरा। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के दिशानिर्देश पर, मा० जनपद न्यायाधीश विवेक संगल, आश्रय गृह निरीक्षण समिति की अध्यक्षा नसीमा ख़ानम, सदस्यगण/अपर जनपद न्यायाधीशगण, कनिष्क सिंह, अपर जिला जज, डॉक्टर दिव्यानंद द्विवेदी, अपर जिला जज/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, आगरा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट मृत्युंजय कुमार व मयूरेश श्रीवास्तव, किशोर प्रधान न्यायाधीश, भव्या श्रीवास्तव, न्यायिक मजिस्ट्रेट, आगरा द्वारा सर्वप्रथम राजकीय संप्रेक्षण गृह, (महिला) आगरा, राजकीय संप्रेक्षण गृह, किशोर, सिरौली मलपुरा, आगरा का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण समिति के द्वारा किशोरो के कक्ष का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान किशोरो के पलंग की तलाशी ली गई तो उसमे बीड़ी, तमबाकू, जैसे नसीले पदार्थ पाए गए, तथा एक किशोर के पास 2415 रूपये भी पाए गए। किशोर से पूछने पर अवगत कराया गया की समोसा, कचौड़ी मंगवाने के लिए घर बालो ने दिए हैं इस संबंध में उपस्थित प्रभारी एवं कर्मचारियों के द्वारा नियमित जांच एवं किशोर को दाखिला किए जाने के उपरांत उनके तलाशी के संबंध में पूछा गया तो किसी भी कर्मचारी ने कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि यह सब कार्य प्रभारी अधीक्षक एवं कर्मचारियों की मिली भगत से यहां किशोर को बीड़ी तंबाकू एवं अन्य नशीले पदार्थ तथा किशोरो के द्वारा अन्य किशोर से धन उगाही का कार्य कराया जाता है जो की संप्रेषण गृह की यह बहुत ही निंदनीय एवं असंतोषजनक बात है। साथ ही मा. जनपद न्यायाधीश विवेक संगल, तथा शेल्टर होम समिति के द्वारा पाकशाला का निरीक्षण किया गया जिसमें पाकशाला में कार्य कर रहे रसोईया ने यह अवगत कराया कि आज बच्चों को मटर पनीर तथा रोटी सब्जी तथा मेनू के अनुसार किशोरो को भोजन दिया जाएगा किंतु निरीक्षण के दौरान बन रही सब्जी मटर पनीर की उसमें पनीर की मात्रा बहुत ही कम दिखाई जिसके संबंध में रसोईया से पूछा गया की कितनी मात्रा में आज किशोरो की सब्जी के लिए पनीर लिया गया है तो यह अवगत कराया कि आज 10 किलो पनीर लिया गया है किंतु बनती हुई सब्जी को देखने में ऐसा प्रतीत हो रहा था कि 3 से 4 किलो पनीर का ही उपयोग सब्जी बनाने में किया गया है। ऐसा प्रतीत होता है कि संस्था की खाद्य सामग्री जो किशोरो के लिए मंगाई जाती है उसका उपयोग किसी अन्य स्थान में किया जा रहा है। उपरोक्त समस्याओं एवं किशोरो की नियमित जांच एवं जामा तलाशी किए जाने हेतु पूर्व में भी शेल्टर होम समिति के द्वारा प्रभारी अधीक्षक को निर्देशित किया गया था किंतु प्रभारी अधीक्षक श्री ऋषि कुमार के द्वारा कोई भी ऐसा नियमित निरीक्षण नहीं किया जाता हैं। जोकि घोर आपत्तिजनक है।  इसके अतिरिक्त माननीय जनपद न्यायाधीश एवं शेल्टर होम समिति के द्वारा किशोर संप्रेषण गृह (शिशु) सदर आगरा का भी औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान दिनांक 4 सितंबर 2023 को प्रभारी अधीक्षक के द्वारा पूनम पाल के द्वारा एक शिशु को मारने पीटने की घटना से जिला प्रवचन अधिकारी आगरा के द्वारा अवगत कराया गया इसके संबंध में यह भी अवगत कराया गया कि प्रभारी अधीक्षक पूनम पाल को निलम्बित कर दिया गया है। तथा जिला अधिकारी आगरा के द्वारा जांच भी की जा रही है। उपरोक्त उपरोक्त शेल्टर होने की देखरेख प्रभारी अधीक्षक के द्वारा सम्यक रूप से नहीं किया जा रहा है एवं समिति के द्वारा पूर्व माह में निरीक्षण के दौरान दिए गए निर्देशों का भी अनुपालन न तो किया जाता है और न ही कराया जाता है। जो कि घोर लापरवाही एवं आपत्तिजनक है इस संबंध में जनपद न्यायाधीश एवम निरीक्षण समिति की अध्यक्षा के द्वारा जिलाधिकारी आगरा एवं अन्य उच्चाधिकारी को पत्राचार के माध्यम से सूचित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त आज मानसिक चिकित्सालय आगरा का भी औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जनपद न्यायाधीश विवेक संगल अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नसीमा खानम एवं जिला सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आगरा डॉ दिव्यानंद द्विवेदी उपस्थित रहे। संस्था के निदेशक ज्ञानेंद्र कुमार अधीक्षक डॉक्टर दिनेश कुमार राठौर एवं चिकित्सक गण कर्मचारी गण उपस्थित रहे। मानसिक चिकित्सालय आगरा में समुचित साफ-सफाई एवं भर्ती मरीजों को दिए जाने वाला खाना पीना सभी चीज दुरुस्त पाई गई फिर भी संस्था के निदेशक को निर्देशित किया गया कि मरीजों को दिए जाने वाला भोजन एवं समुचित साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना सुनिश्चित करें।

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